लखनऊ (ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव, आईपीएल, जुलूस और शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए लखनऊ पुलिस के बेड़े में टि-थर्ड नाम का एक हाईटेक ड्रोन कैमरा शामिल हो गया है। इस ड्रोन में ऐसी दर्जनों खास बातें हैं जो अन्य ड्रोन से इसे अलग बनाती हैं। सबसे खास है कि यह ड्रोन आसमान से लगातार 20 घंटे उड़कर एक ही जगह से दो किलोमीटर के रेंज में निगरानी रख सकता है। इस ड्रोन के इस्तेमाल से पुलिस को कितना फायदा होगा? कितने का प्रोजेक्ट है? कैसे इस्तेमाल होगा? अन्य ड्रोन के मुकाबले अलग क्यों है? कहां-कहां इस्तेमाल हो रहा है? आइये डालते हैं इन तमाम पहलुओं पर एक नजर
इसलिए किया गया शामिल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विभाग के पास कई ड्रोन हैं, लेकिन इनके उड़ने की कैपेसिटी आधे से एक घंटे तक होती है। इसके बाद इसे चार्ज करना होता है, जिसकी वजह से कई बार कार्य में बाधा पड़ी थी। जिसे देखते हुए विभाग में हाई क्वालिटी ड्रोन को शामिल करने के लिए तकरीबन 40 लाख रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। इसके तहत विभाग में टि-थर्ड ड्रोन को शामिल किया गया है। इसके शामिल होने से बड़े आयोजनों में कानून व्यवस्था को खतरा पैदा करने और माहौल बिगाड़ने वाले अराजकतत्वों को चिह्नित करना अब पुलिस के लिए और भी आसान हो जाएगा। इसका इस्तेमाल 30 मार्च को जुलूस और आईपीएल मैच से शुरू हो जाएगा।
पुलिस लाइन में हुआ सफल ट्रायल
यह ड्रोन जनरेटर से कनेक्ट वायर की मदद से तकरीबन 100 मीटर ऊंचाई तक उड़ सकता है। जनरेटर नीचे एक मोबाइल ड्रोन व्हीकल (एमडीवी) बोलेरो गाड़ी में रखा होगा, जो इसे लगातार करंट सप्लाई करता रहेगा, एमडीवी सड़क पर ड्रोन के साथ चलती रहेगी। साथ ही ड्रोन से कार्यक्रम स्थल के आसपास का माहौल पुलिस कमिश्नर ऑफिसर, जेसीपी ऑफिस और पुलिस मुख्यालय से भी देखा जा सकेगा। यह ड्रोन सीधे पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेगा। पुलिस लाइन ग्राउंड में इस ड्रोन का सफल ट्रायल किया जा चुका है। बता दें कि इस हाईटेक ड्रोन कैमरे की कीमत तकरीबन 40 लाख रुपये के आसपास है।
नॉर्मल ड्रोन की खासियत
- 10 हजार रुपये से भी कम रेट से शुरुआत
- 1600 एमएएच की बैटरी
- 20 से 50 मीटर की फ्लाइंग हाइट
- 4के वीडियो रिकार्डिंग
- 60 मिनट तक का बैटरी बैकअप
टि-थर्ड ड्रोन की खासियत
- 30 लाख रुपये से स्टार्ट
- 200 मीटर की फ्लाइंग हाइट
- 02 किलोमीटर की रेंज
- 20 घंटे तक लगातार फ्लाइंग
- 360 डिग्री का फ्लिप एक्शन
यहां-यहां होगा इस्तेमाल
- वोटिंग के दौरान
- फेस्टिवल सीजन पर
- आईपीएल मैचों में
- रमजान जुलूस
- चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था
यह भी जानिए
- कंट्रोल रूम से होगी निगरानी
- ऑटोमेटिक होगा ऑपरेट
- ड्रोन के लिए रिमोट की जरूरत नहीं
- एआई से किया जाएगा लैस
- जूम करने पर भी एचडी क्वालिटी रिकार्डिंग
विभाग में सबसे हाईटेक ड्रोन कैमरे को शामिल किया गया है। हाल ही में पुलिस लाइन में इसका सफल ट्रायल भी किया गया। सुरक्षा के मद्देनजर शहर में होने वाले बड़े आयोजन जैसे आईपीएल, जुलूस समेत अन्य कार्यों के इस्तेमाल के लिए किया जाएगा। साथ ही भविष्य में इसे आर्टिफिशियल इंटीलिजेंस से भी जोड़ा जाएगा, ताकि क्रिमिनल को पकड़ा जा सके।
उपेंद्र कुमार अग्रवाल, जेसीपी, लॉ एंड ऑर्डर