लखनऊ (ब्यूरो)। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए राजधानी पुलिस ने ई-रिक्शा पर लगाम लगाना शुरू कर दिया है। गुरुवार को शहर के अलग-अलग थानों की पुलिस ने दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक एक विशेष अभियान चलाया और जिन चालकों का सत्यापन नहीं हुआ था उनका दो हजार रुपये का चालान काटा गया। साथ ही पुलिस ने सत्यापन का फॉर्म देते हुए चेतावनी दी कि अगर इस फार्म को एक हफ्ते के भीतर नहीं जमा किया गया तो अगली बार पकड़े जाने पर ई-रिक्शा को सीज कर दिया जाएगा।
चालकों को दी गई चेतावनी
जिन जगहों पर सबसे अधिक ई-रिक्शा दौड़ते थे, वहां की सड़के गुरुवार को खाली-खाली दिखी। दो हजार रुपये का चालान कटने और पुलिस का खौफ इतना अधिक था कि कैसरबाग, अमीनाबाद, आलमबाग, हजरतगंज, पॉलीटेक्निक समेत अन्य जगहों पर रोजाना के मुकाबले काफी कम संख्या में ई-रिक्शा देखने को मिले। वहीं, पुलिस को जिन-जिन जगहों पर ई-रिक्शा मिले, पुलिस ने चालकों से सत्यापन के दस्तावेजों के बारे में जानकारी ली और जिन लोगों ने अबतक सत्यापन फॉर्म नहीं भरा था, उन पर पुलिस ने दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया।
7 फरवरी तक जमा करने होंगे फॉर्म
जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि शहर में जाम से छुटकारा दिलाने के लिए बेलगाम दौड़ रहे ई-रिक्शा पर शिकंजा कसा जा रहा है। इसके लिए पुलिस 1 से 7 फरवरी तक ई-रिक्शा को लेकर विशेष अभियान चला रही है। गुरुवार को अलग-अलग थाना पुलिस ने अपने-अपने एरिया में अभियान चलाया है। साथ ही जिन चालकों ने अपना वैरिफिकेशन नहीं करवाया है, उन्हें 7 फरवरी तक समय दिया गया है। बावजूद इसके अगर वैरिफिकेशन नहीं होता है तो ई-रिक्शा को सीज कर दिया जाएगा।
चालकों ने थाने में लगाए चक्कर
चालान कटने और ई-रिक्शा के सीज होने के डर से चालक गुरुवार सुबह से ही थानों में चक्कर लगाना शुरू कर दिया, ताकि उनको फॉर्म मिल सके। साथ ही कुछ ऐसे लोग थे, जिन्होंने अबतक भरे हुए फॉर्म को थाने में जमा नहीं किया था। कैसरबाग थाने में ई-रिक्शा चालक इम्तियाज ने बताया कि उनको अबतक फॉर्म ही नहीं मिला है। अगर फॉर्म मिला होता तो पहले ही थाने में जमा कर देता।
1 जनवरी को लागू हुई थी व्यवस्था
एक जनवरी 2024 से नई व्यवस्थाएं लागू की गई थी। इसके तहत 31 जनवरी तक शहर के सभी ई-रिक्शा चालकों को पुलिस से अपना वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य किया गया था। इसके लिए 1 से 10 जनवरी तक थानों में निशुल्क फार्म दिया गया। तकरीबन 39,400 फॉर्म बांटे गए थे। जिसे चालकों को भरकर शहर के किसी भी थाने में जमा करना था, लेकिन अबतक करीब 10 हजार फॉर्म ही जमा कराए गए हैं। ऐसे में अब विशेष अभियान के चलाकर सख्ती से पालन करवाया जा रहा है।