- कोरोना सरीखी महामारी से निपटने के लिए किये जा सकेंगे प्रभावी उपाय

- जो किसान आयुष्मान भारत से कवर नहीं, उन्हें मिलेगा मुख्यमंत्री जन आयोग्य योजना का लाभ

रुष्टयहृह्रङ्ख : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना जैसी महामारी और संचारी रोगों से निपटने के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) की तर्ज पर राजधानी लखनऊ में भी केजीएमयू और सीडीआरआई मिलकर संस्थान बनाएंगे। सोमवार को विधानमंडल में बजट पेश किये जाने के बाद वह विधान भवन के तिलक हॉल में मीडिया से मुखातिब थे।

हर घर को नल और बिजली

योगी ने कहा कि राज्य सरकार का पांचवां बजट प्रदेश के समग्र और समावेशी विकास के साथ विभिन्न वर्गो के स्वावलंबन के माध्यम से सशक्तीकरण का मार्ग प्रशस्त करने वाला है। बजट में हर घर को नल व बिजली, हर गांव को सड़क देने और डिजिटल बनाने, हर खेत को पानी और हर हाथ को काम देने के साथ हर जुल्मी को जेल भेजने का संकल्प शामिल है। उप्र देश में कागज रहित बजट पेश करने वाला पहला राज्य बन गया है।

आयुष्मान योजना का लाभ

योगी ने कहा कि बजट में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना का दायरा बढ़ाते हुए इसमें किसान के साथ परिवार के कमाऊ सदस्य और बटाईदार को भी शामिल किया गया है। जो किसान आयुष्मान भारत योजना से कवर नहीं हैं, उन्हें मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत निश्शुल्क कोचिंग से वर्चुअल माध्यम से जुड़ने वाले छात्रों को सरकार पात्रता के आधार पर टैबलेट देगी। संस्कृत विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए गुरुकुल पद्धति पर ठहरने और भोजन की व्यवस्था करेंगे। जिन मंडलों मे सैनिक स्कूल नहीं है, उनमें एक-एक सैनिक स्कूल की स्थापना की जाएगी। जिन मंडलों में राज्य विश्वविद्यालय नहीं हैं, वहां इनकी स्थापना की जाएगी।

पेयजल के लिए 17 हजार करोड़

- योगी ने कहा कि प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर गो आश्रय स्थलों की स्थापना कर उन्हें स्थानीय व स्वैच्छिक संगठनों के माध्यम से संचालित करने के लिए भी बजट में प्रविधान किया गया है।

- योगी ने बताया कि लखनऊ में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना भी की जाएगी

- जबकि जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए 17 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।

- मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए घोषित मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना और महिला साम‌र्थ्य योजना का भी जिक्र किया।