लखनऊ (ब्यूरो)। मौसम में आ रहे बदलाव और गिरते तापमान का असर एयर पॉल्यूशन लेवल पर साफ देखने को मिल रहा है। राजधानी की हवा की गुणवत्ता खासी खराब हो रही है। एयर पॉल्यूशन के मामले में लखनऊ यूपी में तीसरे नंबर पर है, यहां का एक्यूआई लेवल 279 के करीब है। जल्द ही यह आंकड़ा 300 के पार भी जा सकता है। राजधानी के लालबाग एरिया की बात की जाए तो यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स का आंकड़ा 344 पहुंच गया है, जिसकी वजह से सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने इस एरिया को रेड जोन में रखा है। हैरानी की बात तो यह है कि कोई भी ऐसा एरिया नहीं है, जहां का एक्यूआई 200 के नीचे हो। सभी का एक्यूआई 250 के पार जा चुका है।

यह रही आज की स्थिति

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों से साफ है कि घनी आबादी वाले लालबाग में एक्यूआई 344 पहुंच गया है। यह आंकड़ा शाम चार बजे तक का है। इसके बाद निश्चित रूप से इस आंकड़े में और भी बढ़ोत्तरी हुई होगी। वहीं, हमेशा पॉल्यूशन के मामले में नंबर एक पर रहने वाला तालकटोरा एरिया फिलहाल दूसरे नंबर पर है, यहां का एक्यूआई 293 दर्ज किया गया है। यहां की भी स्थिति बेहद चिंताजनक है।

230 के ऊपर ही एक्यूआई

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों से यह भी साफ है कि शाम चार बजे तक केंद्रीय विद्यालय अलीगंज का एक्यूआई लेवल 269 दर्ज किया गया है, वहीं गोमतीनगर में 279, बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी में 242 और कुकरैल पिकनिक स्पॉट का एक्यूआई 245 दर्ज किया गया है। जिससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोई भी इलाका ऐसा नहीं है, जहां का एक्यूआई 200 के नीचे हैैं। मतलब साफ है कि हवा की गुणवत्ता कहीं की भी बेहतर नहीं है।

यूपी में तीसरे नंबर पर

पूरे यूपी की बात की जाए तो सबसे पहले नंबर पर मेरठ है। यहां का एक्यूआई 292 दर्ज किया गया है, वहीं दूसरे नंबर पर ग्रेटर नोएडा है, यहां का एक्यूआई 286 दर्ज किया गया। जबकि लखनऊ का एक्यूआई 279 दर्ज किया गया। पिछले कई दिनों के बाद राजधानी के एक्यूआई लेवल में उछाल देखने को मिला है।

लखनऊ में पिछले 10 दिनों का एक्यूआई

दिनांक एक्यूआई

29 नवंबर 279

28 नवंबर 246

27 नवंबर 251

26 नवंबर 247

25 नवंबर 252

24 नवंबर 265

23 नवंबर 278

22 नवंबर 246

21 नवंबर 214

(सभी आंकड़े शाम चार बजे तक के हैैं)

23 नवंबर के बाद अब उछाल

23 नवंबर को राजधानी का एक्यूआई लेवल 278 दर्ज किया गया था। जिसके बाद एक्यूआई लेवल में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन अब एक्यूआई लेवल में फिर से उछाल देखने को मिला है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान में आई गिरावट इसकी प्रमुख वजह है।

उठाने होंगे कदम

पिछले साल की तरह इस बार भी एक्यूआई लेवल में उछाल देखने को मिल रही है। अभी तो एक इलाके का ही एक्यूआई लेवल 300 के पार पहुंचा है। अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में कई इलाकों का एक्यूआई लेवल 300 का आंकड़ा पार कर सकता है।

ये उठाने होंगे कदम

1-रोड साइड मलबा उठान

2-लगातार पानी का छिड़काव

3-निर्माण स्थलों को कवर किया जाना

4-वेस्ट को जलाने पर एक्शन

5-वेस्ट का निस्तारण

6-धुआं फेंकने वाले व्हीकल्स पर कार्रवाई

7-ग्रीन बेल्ट पर फोकस करना होगा

सर्दियों में एक्यूआई का गिरता स्तर उत्तर भारत की सबसे बड़ी समस्या है। तापमान के घटने के साथ ही हवा का वेग कम हो जाता है। जिससे हवा में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर और दूसरे प्रदूषक तत्वों का फैलाव नहीं हो पाता है। इसके अलावा अनलॉक के बाद शहर में निर्माण कार्य भी बढ़े हैैं और वाहनों की आवाजाही भी।

प्रो। ध्रुव सेन सिंह, पर्यावरणविद