लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में लगातार बढ़ रही बिजली डिमांड को देखते हुए तीन नए सबस्टेशनों को स्थापित किए जाने संबंधी फैसला लिया गया है। इन तीन सबस्टेशनों को स्थापित होने से हजारों उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज और बिजली संकट से निजात मिल जाएगी। मध्यांचल प्रशासन की ओर से इस दिशा में कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

यहां बनेंगे नए सबस्टेशन

मध्यांचल प्रशासन की ओर से राजाजीपुरम, फैजुल्लागंज और दाउदनगर एरिया में नए सबस्टेशन स्थापित किए जाने का फैसला लिया गया है। इसकी वजह यह है कि इन इलाकों में बिजली की डिमांड अधिक है साथ ही उपभोक्ताओं की संख्या में भी इजाफा हुआ है। बढ़ते लोड के कारण वर्तमान बिजली सिस्टम जवाब दे रहा है। इसकी वजह से ही यहां पर नए सबस्टेशन स्थापित किए जा रहे हैैं।

जल्द तैयार होगी कार्ययोजना

तीनों एरिया में नए सबस्टेशन स्थापित करने के लिए कार्ययोजना बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा कि कितने उपभोक्ता इस नई व्यवस्था से लाभांवित होंगे साथ ही नए सबस्टेशन बनने से पुराने सबस्टेशन पर कितना लोड कम हो जाएगा।

उपभोक्ताओं को फायदा

नए सबस्टेशन बनने से जब पुराने सबस्टेशन पर लोड कम हो जाएगा तो इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली के रूप में मिलेगा। इसके साथ ही जब लोड शिफ्ट होगा तो ट्रांसफॉर्मर्स पर भी लोड कम पड़ेगा। जिसके चलते उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज, ट्रिपिंग इत्यादि समस्या से भी राहत मिल जाएगी।

शिफ्ट हो रहे ट्रांसफॉर्मर

वहीं दूसरी तरफ मध्यांचल प्रशासन की ओर से ऐसे इलाकों में हैवी कैपेसिटी वाले ट्रांसफॉर्मर लगाए जा रहे हैैं, जहां बिजली की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए सिस और ट्रांसगोमती एरिया में लगातार अधिकारियों की ओर से निरीक्षण किया जा रहा है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही हाई पावर कैपेसिटी वाले ट्रांसफॉर्मर लगाए जा रहे हैैं। वहीं पब्लिक से मिल रही ट्रिपिंग इत्यादि शिकायतों के आधार पर भी राहत दिए जाने संबंधी कदम उठाए जा रहे हैैं।

सभी सबस्टेशनों पर नजर

मध्यांचल डिस्कॉम प्रशासन की ओर से कई टीमें बनाई गई हैैं, जो लगातार सभी सबस्टेशनों की कंडीशन पर नजर रख रही हैैं। देर रात अधिकारी भी निरीक्षण कर लोड इत्यादि चेक कर रहे हैैं। एमडी की ओर से निर्देश दिए गए हैैं कि उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी समस्याओं का तत्काल समाधान कराया जाए।

मध्यांचल एमडी ने किया निरीक्षण

मध्यांचल डिस्कॉम के एमडी भवानी सिंह खंगारौत ने रेजिडेंसी डिवीजन के जीटीआई उपकेंद्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि अंडरग्राउंड फॉल्ट को ढूंढकर ठीक करने में लगने वाला समय कम किया जाए और रात में कटिया से एसी चलाने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया जाए।

केबिल फॉल्ट के कारण हुई ट्रिपिंग की समस्या

33 केवी हनुमान सेतु, जो जीटीआई सबस्टेशन का मेन सोर्स है, केबिल फॉल्ट के कारण ट्रिप हुआ। सूचना मिलने के बाद तत्काल पेट्रोलिंग कराते हुए 33 केवी जीटीआई इंटर लिंकिंग यूपीआईएल पावर हाउस से जोड़कर बिजली सप्लाई बहाल कराई गई। वहीं, लोड ज्यादा होने के कारण रोस्टिंग कर पांच फीडरों की सप्लाई इंटर लिंकिंग के माध्यम से करायी गई। वर्तमान में जीटीआई की बिजली आपूर्ति सामान्य चल रही है।