लखनऊ (ब्यूरो)। डॉ सूर्यकांत ने बताया कि लंग कैंसर पुरूष एवं महिलाओं में मुख्य 5 प्रकार के कैंसर में से एक है। लंगकैंसर का इलाज 4 तरीकों सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरिपी एवं इम्यूनोथेरेपी द्वारा किया जाता है, लेकिन प्रमुख समस्या यह है कि 90 प्रतिशत रोगी लंग कैंसर की अंतिम अवस्था में चिकित्सकों के पास पहुचतें हैं, जिससे उनका इलाज संभव नहीं हो पाता है। विभाग में 8 विशिष्ट क्लीनिक पहले से ही चल रही हैं। इस नवरात्र पर नौवीं विशिष्ट लंग कैंसर क्लीनिक का शुभारंभ किया गया है।

हर गुरुवार को चलेगी ओपीडी
लंग कैंसर क्लीनिक रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग में हर गुरुवार को दोपहर 1 से 3 बजे के बीच चलायी जायेगी। क्लीनिक में मरीज दिखाने के लिए पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए केजीएमयू की वेबसाइट और फोन नंबर 0522-2258880 पर कॉल कर के करा सकते हैं। साथ ही कोविड नेगेटिव रिपोर्ट लाने पर उसी दिन परामर्श की सुविधा मिलेगी। इस अवसर पर सीएमएस डॉ। एसएन शंखवार, डॉ। एसके वर्मा, डॉ। आरएएस कुशवाहा, डॉ। संतोष कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

इन लक्षणों का रखें ध्यान
लगातार खांसी आना
सांस फूलना
खांसी के साथ खून का आना
सीने में दर्द
वजन कम होना
बार-बार लंग इंफेक्शन होना