लखनऊ (ब्यूरो)। हर तरफ बिजली के तारों का मकडज़ाल और उसके नीचे से गुजरते हजारों लोग। आप खुद ही कल्पना कर सकते हैैं कि तस्वीर कितनी भयावह होगी। यह तस्वीर किसी गांव की नहीं बल्कि अपने स्मार्ट शहर लखनऊ की स्मार्ट मार्केट्स की है। जहां लगभग सभी प्रमुख मार्केट्स में आसानी से बिजली के तारों का मकडज़ाल देखा जा सकता है। यह समस्या लंबे वक्त से चली आ रही है। इसे दूर करने के लिए तारों को अंडरग्राउंड करने की योजना तो बनाई गई लेकिन अभी तक इसे इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका है। गुजरते वक्त के साथ हालात बेहद भयावह होते जा रहे हैैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से एक-एक करके इन सभी मार्केट्स में तारों के मकडज़ाल की स्थिति को बयां करने के साथ ही उससे होने वाले नुकसान और खतरे पर भी प्रकाश डाला जाएगा।

घनी मार्केट्स में स्थिति खराब

राजधानी की सबसे घनी मार्केट्स की बात की जाए तो अमीनाबाद, नजीराबाद, चौक, नक्खास, लाटूश रोड, बांसमंडी और भूतनाथ का नाम सबसे ऊपर आता है। इन मार्केट्स में रोजाना हजारों ग्राहकों का मूवमेंट रहता है। यहां बिजली के तारों के मकडज़ाल की भयावह स्थिति आसानी से देखी जा सकती है। चौक और अमीनाबाद में तो हालात काफी खराब हैं। इसके बावजूद तारों को अंडरग्राउंड करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।

खंभों पर तारों के गुच्छे

अमीनाबाद हो, चौक हो, नक्खास हो या कोई अन्य मार्केट, सभी जगह बिजली के खंभों पर तारों का मकडज़ाल है। इसकी वजह से हादसा होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। वहीं तारों का लोड होने के कारण बिजली के खंभों के भी गिरने का खतरा रहता है। व्यापारियों की ओर से कई बार समस्या का निदान किए जाने की मांग की गई लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।

हवा चलने पर चिंगारी

गर्मी और बारिश का मौसम आने पर इन मार्केट्स के स्थायी दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ जाती हैैं। इसकी वजह यह है कि गर्मी के मौसम में अक्सर बिजली के तारों में आग लग जाती है, जिसकी चपेट में कई बार दुकानें तक आ जाती हैैं। हाल में ही अमीनाबाद एरिया में एक कॉम्प्लैक्स के बेसमेंट में आग लग गई थी। हताहत तो कोई नहीं हुआ, लेकिन लाखों का सामान जल गया। पीडि़त दुकानदार का कहना था कि तारों से निकली चिंगारी के कारण आग लगी थी। हालांकि, इसकी जांच अभी हो रही है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि बारिश होने पर तारों में करंट उतरने का खतरा रहता है।

ये मार्केट डेंजर जोन में

स्थान-अमीनाबाद मार्केट

दुकानों की संख्या-10 हजार से अधिक

रोजाना कस्टमर्स फुटफॉल-करीब 50 हजार

स्थान-भूतनाथ मार्केट

दुकानों की संख्या-500 से अधिक

रोजाना कस्टमर्स फुटफॉल-2 से 3 हजार

स्थान-नक्खास मार्केट

दुकानों की संख्या-500 से अधिक

रोजाना कस्टमर्स फुटफॉल-7 से 8 हजार

स्थान-नजीराबाद मार्केट

दुकानों की संख्या-500 के करीब

रोजाना कस्टमर्स फुटफॉल-5 से 6 हजार

योजनाएं तो बनीं लेकिन कागजों में

चार साल पहले बिजली महकमे की ओर से मार्केट एरिया में कई बार बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की योजना बनाई गई लेकिन अभी तक किसी भी मार्केट में यह काम पूरा नहीं किया जा सका है।

कुछ खास नहीं हुई प्रोग्रेस

1-आलमबाग में कई स्थानों पर बिजली के तारों को अंडरग्राउंड किया गया।

2-अमीनाबाद, नक्खास और नजीराबाद में अभी तक योजना शुरू नहीं हुई।

3-चार साल पहले भूतनाथ में प्लानिंग हुई लेकिन अभी तक योजना का इंतजार।

4-मुमताज मार्केट में प्रॉपर मीटरिंग का काम हुआ।

कैसरबाग में भी रफ्तार नहीं

स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कैसरबाग एरिया में भी बिजली के तारों को अंडरग्राउंड किए जाने संबंधी प्लानिंग की गई थी लेकिन अभी तक स्मार्ट सिटी और बिजली महकमे में समंवय ही स्थापित नहीं हो सका है।

ये कदम तुरंत उठाने की जरूरत

1-तारों को अंडरग्राउंड किया जाए।

2-तारों को व्यवस्थित किया जाए।

3-प्रॉपर एक स्थान पर मीटरिंग की जाए।

4-शार्ट सर्किट होने पर टीमें तुरंत एक्टिव हों।

अगर आपके आसपास मार्केट एरिया या कहीं भी तारों का मकडज़ाल है तो अपनी समस्या हमें 7570045111 नंबर पर फोटो के साथ वाट्सएप करें। अपना नाम, एड्रेस और मोबाइल नंबर भी दें।