- लाख कोशिशों के बाद भी बहुत से लोगों को नहीं मिल पाता है स्लॉट

LUCKNOW:

वैक्सीनेशन का रिकार्ड बनाने के लिए तो अधिकारी पूरी कोशिश करते हैं लेकिन अन्य दिनों में लोगों को वैक्सीनेशन का स्लॉट मिलना तक मुश्किल हो रहा है। राजधानी में करीब 32 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है और अब तक 20 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसमें पहली और दूसरी दोनों डोज लेने वाले शामिल हैं। वैक्सीन की कमी के कारण आम दिनों में स्लॉट के खुलते ही 20 से 30 मिनट में फुल हो जाता है। हालांकि अधिकारी वैक्सीन की कमी की बात से इंकार करते हुए दावा कर रहे हैं कि अगस्त में सभी लाभार्थियों को वैक्सीन की सिंगल डोज लगाने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।

11 लाख लोग बाकी

राजधानी में रोज 30 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन यहां रोज सिर्फ 15 से 20 हजार लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा रही है। राजधानी में करीब 11 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन अभी लगाई जानी है। इसके लिए मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है लेकिन इस लक्ष्य को पूरा करना है तो आम दिनों में भी वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ानी होगी।

16 जनवरी से शुरू हुआ वैक्सीनेशन

राजधानी में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू हुआ है। सप्ताह में पांच दिन वैक्सीनेशन का काम हो रहा है। 4 अगस्त तक 20,53,010 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। 15,76,747 लाभार्थियों को वैक्सीन की पहली और 4,76,263 लाभार्थियों को वैक्सीन की पहली और दूसरी दोनों डोज लग चुकी हैं।

सभी का होगा वैक्सीनेशन

इम्युनाइजेशन के नोडल इंचार्ज डॉ। एमके सिंह के मुताबिक मेगा वैक्सीनेशन कैंप के लिए सेंटर्स की संख्या बढ़ाई गई थी, जो केवल एक दिन के लिए थी। इसके अलावा बुधवार और रविवार को वैक्सीनेशन नहीं होता है। इस दिन नार्मल इम्युनाइजेशन का काम किया जाता है। राजधानी में सभी लाभार्थियों को अगस्त तक वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया है।

वैक्सीन कम तो सेंटर भी कम

राजधानी में पहले जहां 150 से अधिक साइट पर वैक्सीन लगाने का काम किया जा रहा था, वहीं अब सिर्फ 70-80 सेंटर्स पर ही वैक्सीन लगाई जा पा रही है। इसकी बड़ी वजह वैक्सीन की कमी का होना है। क्योंकि डोज कम होने के कारण सेंटर और लगाने का लक्ष्य दोनों कम हो गये है। इसके अलावा कई सेंटर्स पर वैक्सीन तक खत्म हो जाती है। बीते दिनों के आंकड़ों पर नजर डाले तो 2 अगस्त को करीब 14,154 लाभार्थियों को और 3 अगस्त को मेगा वैक्सीनेशन कैंप के चलते करीब 80 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई गई।

वैक्सीनेशन पर एक नजर

- कुल वैक्सीन लगी- 20,53,010

- पहली डोज लगी- 15,76,747

- दूसरी डोज लगी- 4,76,263

- पुरुष लाभार्थी- 11,68,232

- महिला लाभार्थी- 8,84,080

- अदर जेंडर- 698

- 18 से 44 वर्ष- 10,66,212

- 45 से 60 वर्ष- 6,05,108

- 60 वर्ष से ऊपर- 3,81,690

कितनों को कौन सी वैक्सीन लगी

नाम संख्या

कोविशील्ड 17,34,404

को-वैक्सीन 3,09,562

स्पूतनिक 9,044

कई दिनों से वैक्सीन लगवाने के लिए स्लॉट बुक कराने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। सरकार को ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा देनी चाहिए।

रिंकू शर्मा

10 से 15 मिनट में ही स्लॉट फुल हो जा रहा है। कई बार कोशिश करने के बाद भी स्लॉट नहीं बुक करा सका हूं। सरकार को सेंटर पर ही रजिस्ट्रेशन की सुविधा देनी चाहिए।

सचिन दीक्षित

वैक्सीन लगाने का काम काफी तेजी से किया जा रहा है। लोगों की संख्या अधिक होने के कारण कुछ दिक्कतें आ रही हैं, ऐसे में सेंटर्स बढ़ाने का काम करना होगा।

डॉ। श्रीकेश सिंह, लोहिया संस्थान

वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ाने पर जोर देना होगा। मेगा कैंप का आयोजन इसका सबसे बढि़या उदाहरण है। सरकार अधिक से अधिक वैक्सीन भेजने की बात कर रही है।

प्रो। आरे धीमन, निदेशक पीजीआई

अगस्त में राजधानी के हर लाभार्थी को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सेंटर्स की संख्या में बढ़ाई जाएगी।

डॉ। एमके सिंह, इम्युनाइजेशन नोडल इंचार्ज

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