शहीदों के परिवारीजन को महसूस न होने दें एकाकीपन

सीएम योगी ने शहीदों के परिजनों का किया सम्मान

LUCKNOW@inext,co.in

LUCKNOW:

कारगिल स्मृति वाटिका में सोमवार को कारगिल विजय दिवस धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी साथ ही कैप्टन मनोज पांडेय के पिता गोपीचंद पांडेय, मेजर रीतेश शर्मा के पिता सत्यप्रकाश शर्मा और सुनील जंग की मां बीना महत को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश कारगिल युद्ध में शहीद हुए जांबाजों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। यह 136 करोड़ की आबादी का कर्तव्य है कि वह शहीदों के परिवारीजन को एकाकीपन महसूस न होने दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ के भी पांच बलिदानियों ने अपना सर्वोच्च बलिदान किया। भारत माता के महान सपूत, वीर जवानों की सतर्कता, राष्ट्र की रक्षा के लिए उनके समर्पण और अद्भुत बलिदान के कारण हम सब न केवल स्वाधीनता का अनुभव करते हैं बल्कि सुरक्षित माहौल में चैन से गुजर-बसर भी करते हैं।

कारगिल युद्ध मई 1999 में पड़ोसी राष्ट्र के द्वारा षडयंत्र के तहत देश पर थोपा गया था, लेकिन विषम हालात में भी दो से ढाई महीने में भारतीय जवानों ने दुश्मन को परास्त कर दिया। भारत के बहादुर जवानों की सतर्कता का परिणाम है कि आज विपरीत स्थिति के बावजूद सीमा सुरक्षा करने और किसी भी षडयंत्र को विफल करने में सक्षम है। इस मौके पर अब तक हुए युद्ध में शहीदों पर आधारित पुस्तक वीरता और सम्मान का विमोचन भी मुख्यमंत्री ने किया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री डा। दिनेश शर्मा, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, आशुतोष टंडन, सुरेश खन्ना, विधायक सुरेश चंद तिवारी और महापौर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद थीं।

गूंजे देशभक्ति गीत : ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी, जहां डाल-डाल पर सोने की चिडि़या करती हैं बसेरा जैसे देशभक्ति गीतों की धुन पीएसी के बैंड से निकली तो कारगिल शहीद के परिवारीजन के सम्मान में भारत माता के जयकारे से पंडाल गूंज उठा।