लखनऊ (ब्यूरो)। कोरोना की जब शुरुआत हुई थी, उस समय डिस्पोजेबल मास्क 15 से 20 रुपए तक में मिल रहे थे। वहीं अब ये मास्क 5 रुपए में मिल रहे हैं। थोक में तो इसके दाम और भी कम हैं। उस समय एन 95 मास्क 500 रुपए तक में ब्लैक में मिल रहा था, अब इसके बाद 80 रुपए तक आ गए हैं। वहीं थोक में इसका रेट 60 से 65 रुपए तक पड़ रहा है। यही हाल सेनेटाइजर का भी है। कोरोना की शुरुआत के समय 500 एमएल सेनेटाइजर 500 से 700 रुपए तक मिल रहा था, जो अब 250 से 300 रुपए तक में मिल रहा है।
छोटे अस्पतालों ने मोड़ा मुंह
दवा व्यापारियों के अनुसार राजधानी के सभी बड़े अस्पताल डायरेक्ट कंपनी से मास्क और सेनेटाइजर मंगवाते हैं। छोटे अस्पतालों में लोकल मार्केट से मास्क और सेनेटाइजर मंगवाया जा रहा था। अब ये अस्पताल भी मास्क और सेनेटाइजर नहीं मंगा रहे हैं.30 लाख तक की रोज थी सेल
रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन लखनऊ के प्रेसिडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि मास्क और सेनेटाइजर की डिमांड अब 5 फीसद भी नहीं रह गई है। जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं, वे इसका यूज नहीं कर रहे हैं। दवा व्यापारी विकास रस्तोगी ने बताया कि कोरोना जब पीक पर था तो राजधानी में 20 लाख रुपए तक के मास्क और 30 लाख रुपए तक सेनेटाइजर की सेल रोज हो रही थी। जितनी डिमांड की जा रही थी, उसकी आधी आपूर्ति ही कंपनियां कर पा रही थीं। अब आलम यह है कि कंपनियों से लेकर दुकानों तक में मास्क और सेनेटाइजर भरा पड़ा है लेकिन खरीदार ही नहीं आ रहे हैं।


अभी इसका भी रखें ध्यान
कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं
मास्क और सेनेटाइजर का यूज करते रहें
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें
बच्चों को भीड़ वाली जगहों पर न ले जाएं


डिमांड कम तो रेट भी कम
आइटम कोरोना काल में रेट वर्तमान रेट
मास्क डिस्पोजेबल 15 से 20 रुपए 5 रुपए
मास्क एन 95 500 रुपए तक 80 रुपए
सेनेटाइजर 500 एमएल 500 से 700 रुपए 250 रुपए



घर में बना रहे मास्क और सेनेटाइजर
कोरोना के पीक के दौरान मास्क और सेनेटाइजर की बाजार में कमी होने लगी तो लोगों ने घरों पर भी इसे बनाने का काम शुरू कर दिया। ऐसे में इनकी डिमांड कम होने लगी और स्टॉक बढऩे लगा है। जब कोरोना पीक पर था तो लोगों ने मास्क और सेनेटाइजर बनाने का बिजनेस शुरू किया लेकिन अब वे खरीदी गई मशीनों को बेचने के लिए इधर-उधर चक्कर लगा रहे हैं।



मास्क और सेनेटाइजर की डिमांड पहले के मुकाबले पांच फीसद भी नहीं रह गई है। लोग लापरवाही के चलते इसकाइस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।आदित्य प्रताप सिंह, प्रेसिडेंट, रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन, लखनऊ

इस समय कंपनी से लेकर दुकान तक में मास्क और सेनेटाइजर का स्टॉक भरा हुआ है लेकिन इनकी बिक्री नाम की ही हो रही है। विकास रस्तोगी, दवा व्यापारी

कोरोना से लडऩे के लिए वैक्सीन के साथ मास्क और सेनेटाइजर की भी जरूरत है। लोगों को लापरवाही करने से बचना चाहिए, तभी कोरोना को खत्म कर सकेंगे।

प्रो आरके धीमन, डायरेक्टर, एसजीपीजीआई