लखनऊ (ब्यूरो)। प्रदेश की बिजली व्यवस्था को और बेहतर बनाने तथा उपभोक्ताओं को सही रीडिंग का बिल प्राप्त हो सके, इसके लिये शक्ति भवन में मीटर से संबंधित टेस्ट डिवीजन (परीक्षण खंड) के अधिकारियों की समीक्षा बैठक के साथ कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें उप्र पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ। आशीष कुमार गोयल ने कहा कि बिजली व्यवस्था में परीक्षण खंड का अत्यधिक महत्व है। उन्होंने निर्देश दिए कि मीटर स्टोर से निकलने के पूर्व उसकी विधिवत जांच हो और उपभोक्ता के परिसर में स्थापित होने पर उपभोक्ता संतुष्ट रहे। उसको मीटर से संबंधित किसी तरह की शिकायत व संदेह न रहे। टेस्ट डिवीजन में नियुक्त अधिकारी अपने इस दायित्व को निभाएं।

कारण बताओ नोटिस जारी

10 किवा एवं ऊपर के उपभोक्ताओं को बिल न भेजने के कार्य में लापरवाही के आरोप में पूर्वांचल डिस्काम के निदेशक वाणिज्य एवं पांच अधिशासी अभियंताओं के विरुद्ध कार्रवाई करते हुये कारण बताओ नोटिस भेजने के निर्देश दिए गए। समीक्षा बैठक में अयोध्या में पकड़े गये मीटर का मामला भी उठा। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि एक स्थान पर बड़ी संख्या में मीटरों का पकड़ा जाना एक गंभीर मामला है। प्रकरण की जांच हो रही है। जांच में जो लोग भी विभाग के दोशी पाये जाएंगे, उनको सेवा से बर्खास्त करने के साथ जेल भेजा जायेगा। देवरिया में क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर का कारण क्या है, उसके बारे में अधिशासी अभियंता (परीक्षण) द्वारा संतोषजनक उत्तर न दे पाने के कारण अध्यक्ष ने उनका ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। अध्यक्ष ने कहा कि अक्टूबर में यह बैठक दोबारा आयोजित की जायेगी और उसमें सभी सूचनाएं लेकर और तैयारी करके आप लोगों को आना है।

पूरे प्रदेश में चलाएं अभियान

उन्होंने निर्देशित किया कि जहां कहीं भी सीटीपीटी क्षतिग्रस्त हैं, उसे तत्काल बदला जाये। इसके लिये यदि आवश्यक है तो सीटीपीटी स्थानीय स्तर ये व्यवस्था कर ली जाए, अध्यक्ष ने मीटर बदलने पर सीलिंग कार्रवाई करते हुये पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर इसे पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्य अभियंता सीपी यादव व मुख्य अभियंता एवं स्टाफ आफिसर जीडी द्विवेदी द्वारा मीटर में छेड़छाड़ कर बिजली चोरी कैसे पकड़ी जाये तथा टेस्ट डिवीजन से संबंधित अन्य कार्यों पर एक प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया। बैठक में प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, प्रबंध निदेशक मध्यांचल भवानी सिंह खंगारौत भी मौजूद रहे।