- स्मार्ट प्रीपेड मीटर की भेंट चढ़ रही ट्रैफिक व्यवस्था

- स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक परियोजना ने मध्यांचल एमडी को लिखा पत्र

LUCKNOWराजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर की भेंट चढ़ रही है। आलम यह है कि रिचार्ज डेट से पहले मीटर अचानक बंद हो जा रहे हैं, जिसकी वजह से सिग्नल व्यवस्था फेल हो रही है। परिणामस्वरूप इसका नकारात्मक असर ट्रैफिक सिस्टम पर देखने को मिल रहा है।

88 प्वाइंट्स पर लगे हैं मीटर

लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड के महाप्रबंधक परियोजना ने मध्यांचल के प्रबंध निदेशक सहित अपने उच्चाधिकारियों को बताया है कि जीनस मैक स्मार्ट प्रीपेड मीटर राजधानी के 88 ट्रैफिक जंक्शन पर लगाए गए हैं। आलम यह है कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर रिचार्ज तिथि से 7 .8 दिन पहले स्वत: बंद हो जाते हैं, जिससे ट्रैफिक सिग्नल व कैमरे बंद हो जाते हैं। ऐसे में तुरंत प्रीपेड स्मार्ट मीटर के स्थान पर पोस्टपेड मीटर लगवाए जाएं।

अधिक बिल आता है

उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहाकि लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड के महाप्रबंधक परियोजना ने अपने पत्र में बहुत अधिक बिल आने का भी हवाला दिया है। जब स्मार्ट प्रीपेड मीटर का बिजली बिल सरकारी विभाग नहीं भर पा रहे हैं और खुद परेशान हैं तो आखिर प्रदेश के 12 लाख स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओ का हाल क्या होगा। उपभोक्ता परिषद् लगातार ऊर्जा मंत्री और नियामक आयोग से गुहार लगा रहा है की स्मार्ट मीटर परियोजना में बहुत ज्यादा खामियां हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।