- लखनऊ मेट्रो ने आयोजित की विशेष मॉक ड्रिल

- आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रियों के सुरक्षित निकास पर किया गया फोकस

LUCKNOWहुसैनगंज-सचिवालय डाउनलाइन (अंडरग्राउंड) पर अचानक मेट्रो रुक गई, जिसकी वजह से मेट्रो में सवार यात्री परेशान होने लगे। इस आपात स्थिति में मेट्रो अधिकारियों और कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। यह कोई रियल हादसा नहीं, बल्कि लखनऊ मेट्रो की ओर से आयोजित मॉक ड्रिल की तस्वीर थी।

अंडरग्राउंड सेक्शन पर मॉक ड्रिल

लखनऊ मेट्रो ने आपातकालीन स्थिति में अपनी यात्री सेवाओं का आंकलन करने के लिए शुक्रवार रात 10.45 बजे हुसैनगंज.सचिवालय डाउन लाइन (अंडरग्राउंड सेक्शन) पर एक विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया, जिसमें आपातकालीन स्थिति में यात्रियों के सुरक्षित निकास, हताहतों की संख्या कम करने तथा जल्द से जल्द पूरी जगह को खाली कराने के लिए मेट्रो कर्मचारियों की कुशलता को परखने के लिए मेट्रो अधिकारियों द्वारा अलग.अलग सीन क्रिएट किए गए थे।

ये रहे शामिल

आपातकालीन निकास मॉक ड्रिल के सुचारू संचालन के लिए तैनात सभी संबंधित मेट्रो कर्मचारियों में वरिष्ठ अधिकारी, परिचालन विभाग के कर्मचारी, स्टेशन कंट्रोलर, सीआरए (ग्राहक संबंध सहायक) और सुरक्षाकर्मी शामिल थे। फिजिकल डिस्टेंसिंग तथा सरकार द्वारा निर्धारित सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए मॉक ड्रिल एक्सरसाइज कराई गई।

सुरक्षा का अहसास

यात्री सुरक्षा मानकों को बढ़ाने तथा अप्रत्याशित प्राकृतिक व मानव निर्मित दोनों प्रकार की आपदाओं के समय आपदा प्रबंधन के उपायों को अपनाने और यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए यूपीएमआरसी इस तरह के विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन समय.समय पर कराता रहा है। इस तरह के अभ्यासों के माध्यम से यूपीएमआरसी यह संदेश देना चाहता है कि यात्री सुरक्षा उत्तर प्रदेश मेट्रो की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

अभी तक ऐसी स्थिति नहीं

राजधानी में वर्ष 2017 में मेट्रो का संचालन शुरू हुआ था। अभी तक एक बार भी अंडरग्राउंड लाइन पर आपात स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है। बता दें कि मेट्रो के चार स्टेशंस अंडरग्राउंड हैं।