- डॉक्टर ने सीवियर टाईफायड बताया, कहा लिखित में देंगे तभी भर्ती करेंगे मरीज

LUCKNOW: ठाकुरगंज स्थित टीबी हॉस्पिटल में इलाज कराने आया एक मरीज अचानक से बेहोश होकर गिर पड़ा। उसकी पहचान हरदोई निवासी रोहित (क्7) के रुप में हुई है। घरवालों ने उसे फर्श पर लिटाया। तब जाकर उसने आखों खोली। उसे पेट में दर्द होने के साथ तेज बुखार भी था। तीमारदारों ने डॉक्टरों पर जानबूझकर परेशान करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि हॉस्पिटल पहुंचने पर उन्हें एक से दूसरे डॉक्टर के कमरे में दौड़ाया गया। जिससे मरीज की हालत और अधिक बिगड़ गई है। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में वह सबसे पहले ओपीडी नंबर 9 में पहुंचे थे। वहां डॉक्टर एसपी आर्या ने बाहर से ही मरीज को ओपीडी नंबर फ् में दिखाने के लिए भेज दिया। मरीज को लेकर तीमारदार जब ओपीडी नंबर फ् में पहुंचे तो वहां डॉक्टर वसुधा मिली। उन्होंने मरीज को देखने के बाद बताया कि उसे सीवियर टाईफायड है। हॉस्पिटल में एबडोमेन की जांच के लिए व्यवस्था नहीं है। जांच कराकर लाए तभी उसे भर्ती किया जाएगा। अन्यथा नहीं। तभी एक पत्रकार की नजर ओपीडी के बाहर लेटे मरीज पर पड़ी। मरीज के घरवाले भी उसके साथ थे। उसने चिकित्सक से बात की। जिसके बाद चिकित्सक ने वापस मरीज के परिजनों को अपने कमरे में बुलाया और उन्हें बताया कि मरीज की तबीयत ज्यादा नाजुक है। फिर भी यदि वह चाहें तो लिखकर दे सकते है। सीएमएस को इस मामले से अवगत कराया जाएगा। यदि वह अनुमति देते है तो मरीज को भर्ती किया जाएगा। चिकित्सक ने एक कर्मचारी को बुलाया और उसे पर्चा थमाते हुए सीएमएस से अनुमति लेने के लिए भेज दिया। उसके बाद जाकर मरीज के परिजनों ने राहत की सांस ली।