लखनऊ (ब्यूरो)। लोकबंधु अस्पताल में शनिवार को कोविड संक्रमण के खतरे को देखते चिकित्सीय प्रबंधन के लिए स्टेट टीम द्वारा मॉकड्रिल किया गया। जिसमें डॉ। जीके मिश्रा अपर निदेशक कानपुर मंडल एवं डॉ। मिलिंद वर्धन जिला सर्विलांस अधिकारी आदि शामिल रहे। इस दौरान सभी मानकों को चेक किया गया। जिसमें मरीज को घर से एंबुलेंस द्वारा अस्पताल तक रिस्पॉन्स टाइम चेक किया जो की संतोषप्रद रहा। निर्धारित ट्रायज एरिया के डॉक्टर द्वारा अति आवश्यक वाइटल लिए जाने के समय को भी आंका गया। गंभीर पाए जाने पर मरीज को आईसीयू में शिफ्ट कराया गया जहां पर गहन चिकित्सा के सभी एसेसमेंट मानक समय के अंदर कर लिए गए हैं। इसके अलावा एचएफएनसी, बाईपेप, उच्च स्तर के वेंटिलेटर सपोर्ट के सभी कार्य विधियों को टीम द्वारा जांचा परखा गया।

सभी मानकों को परखा गया

टीम ने ऑक्सीजन प्लांट के संचालन, शुद्धता व प्रेशर मानकों की जांच कर संतोष व्यक्त किया। मॉकड्रिल के दौरान फायर सेफ्टी के सभी मानकों का भी परीक्षण किया गया। आपातकालीन स्थिति में किस तरह मरीजों को कैसे निकाला जाए एवं फायर फाइटिंग उपयोग विधि को स्टाफ इंटरव्यू के द्वारा जानकारी मापी गई। इस मॉक ड्रिल का संचालन एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी के निर्देशन में पूर्ण किया गया।

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कर्मचारी संघ ने किया प्रदर्शन

आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल की अध्यक्षता में केजीएमयू के तमाम कर्मचारियों के साथ शनिवार को कुलपति कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। इस दौरान वीसी से वार्ता कि गई तथा मांग किया गया कि पूर्व में कागज सभी कर्मचारी की सेवाएं जारी रखी जाए। और साथ ही रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर धन उगाही बंद की जाए। अगर मंगलवार तक सभी कर्मचारियों की वापसी नही हुई और कर्मचारियों का उत्पीडऩ बंद नहीं हुआ तो आंदोलन बड़ा होगा। जिसमें वीसी कार्यालय पर प्रदर्शन और कार्यवाहिष्कार का भी फैसला हो सकता है।