- डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी हुए रिटायर

- एडीजी कानून-व्यवस्था को सौंपा पदभार

रुष्टयहृह्रङ्ख : शासन ने 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी मुकुल गोयल को प्रदेश का नया डीजीपी नियुक्त किया है। पुलिस मुखिया के पद पर गोयल का चयन वरिष्ठता सूची के आधार पर किया गया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर एडीजी आपरेशन्स, बीएसएफ के पद पर तैनात मुकुल गोयल जल्द डीजीपी का पदभार ग्रहण करेंगे। माना जा रहा है कि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से कार्यमुक्त होने के बाद वह शुक्रवार को डीजीपी का पदभार ग्रहण कर सकते हैं। वहीं डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने अपनी विदाई से पूर्व पुलिस मुख्यालय में एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को डीजीपी का पदभार सौंपा। इससे पहले वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। मुख्यमंत्री ने अवस्थी के सेवाकाल की सराहना की है।

सीएम योगी ने दी नाम पर सहमति

दिल्ली में 28 जून को हुई संघ लोक सेवा आयोग की बैठक में डीजी स्तर के तीन अधिकारियों का पैनल तय किया था। इस पैनल में शामिल मुकुल गोयल नए डीजीपी के सबसे प्रबल दावेदार के रूप में देखे जा रहे थे। मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को उनके नाम पर सहमति दे दी, जिसके बाद उनकी डीजीपी के पद पर नियुक्ति का आदेश जारी हो गया है। सूबे में करीब डेढ़ वर्ष तक एडीजी कानून-व्यवस्था के अहम पद पर तैनात रह चुके गोयल को विधानसभा चुनाव से पहले डीजीपी बनाए जाने को बेहद अहम माना जा रहा है।

कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं मुकुल

मूलरूप से मुजफ्फरनगर के निवासी मुकुल अपनी प्रतिनियुक्ति के दौरान आईटीबीपी व एनडीआरएफ में भी अहम पदों पर तैनात रह चुके हैं। जालौन, मैनपुरी, गोरखपुर, वाराणसी, सहारनपुर व मेरठ के एसएसपी तथा आजमगढ़ व हाथरस के एसपी रह चुके गोयल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का खास अनुभव रहा है। एसपी के पद पर रहते हुए उन्हें विजिलेंस, ईओडब्ल्यू व इंटेलीजेंस मुख्यालय का भी अनुभव रहा है। कानपुर, आगरा व बरेली रेंज के डीआईजी रहे मुकुल बरेली जोन में बतौर आईजी व एडीजी भी तैनात रहे हैं।