लखनऊ (ब्यूरो)। इस दौरान वीसी ने निर्देशित किया कि शहर के घनी आबादी वाले इलाकों में संचालित मंडियों को आउटर रिंग रोड व शहीद पथ के बीच स्थानांतरित करने की दिशा पर काम किया जाए। इसके लिए संबंधित कंसल्टेंसी फर्म के प्रतिनिधि ट्रैफिक पुलिस व प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ सर्वे करके स्थान चिन्हित कर लें साथ ही व्यापार मंडल के पदाधिकारियों व संबंधित स्टेक होल्डर्स के साथ अलग से बैठक करके उनकी सुविधा अनुसार व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

लॉजिस्टिक प्लान का प्रेजेंटेशन
बैठक में सबसे पहले अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी लिमिटेड के प्रतिनिधियों द्वारा सिटी लॉजिस्टक प्लान का प्रेजेंटेशन दिया गया। इसमें भविष्य की जरूरतों को देखते हुए मोहनलालगंज स्टेशन के पास मल्टी मोडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित किये जाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसके अंतर्गत रोड व रेलवे के माध्यम से ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा रहेगी साथ ही एक स्थान पर स्टोरेज के लिए वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज एवं कंटेनर टर्मिनल्स की व्यवस्था रहेगी। इसके अतिरिक्त शहर की कॉमर्शियल स्ट्रीट व लखनऊ में कानपुर रोड स्थित ट्रांसपोर्ट नगर को पुनर्विकसित करने के साथ ही बाराबंकी में लगभग 100 एकड़ क्षेत्रफल में नया ट्रांसपोर्ट नगर विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया।

वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित
इस दौरान वीसी ने कहा कि नो इंट्री के समय विशेषत अयोध्या रोड व कानपुर रोड पर भारी वाहनों की लंबी कतार सडक़ पर लगती है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या के साथ ही सडक़ हादसों की भी आशंका रहती है। इन दोनों हाईवे के किनारे शहर के बाहरी हिस्से में वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान चिन्हित कर लिया जाए, जिसमें पार्किंग फैसेलिटी के साथ ही पेट्रोल पंप, मोटर रिपेयर शॉप, ढाबे व टॉयलेट आदि सुविधाओं का भी प्राविधान किया जाए।

फ्री जगह देने के निर्देश
बैठक के दौरान जीएसटी विभाग के अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि कई बार स्टॉक चेकिंग के लिए ट्रकों को रोककर हजरतगंज में मीराबाई मार्ग स्थित जीएसटी कार्यालय लाना पड़ता है, जिससे वहां यातायात बाधित होता है। इस पर वीसी ने तत्काल ही इस समस्या का समाधान निकाला। उन्होंने भारी वाहनों की स्टॉक चेकिंग के लिए जीएसटी विभाग को ट्रांसपोर्ट नगर, रमाबाई पार्किंग अथवा आशियाना में नि:शुल्क जगह उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा, नगर नियोजक केके गौतम आदि मौजूद रहे।