लखनऊ (ब्यूरो)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था बदलने में निकाय महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। देश में आज सर्वाधिक 751 नगर निकाय उत्तर प्रदेश में हैं। उन्होंने गुरुवार को पांच कालीदास मार्ग से लखनऊ व कानपुर नगर के लिए 42 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के दौरान यह बात कही। इससे दोनों शहरों के 15 हजार से अधिक यात्रियों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें कुछ बसें वैकल्पिक रूप से लखनऊ और नैमिषारण्य के बीच चलाने की व्यवस्था की जा रही है। शीघ्र ही लखनऊ से नैमिषारण्य तक हेलिकॉप्टर की सुविधा भी उपलब्ध होगी। नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर गुरु नैमिषारण्य के रहने वाले हैं। राज्यमंत्री बनने के बाद उन्हें यह सुविधा मिली है। प्रदेश की बड़ी आबादी नगर निकायों के दायरे में है। उनको बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अमृत योजना से घर नल से जोड़े जा रहे हैं।

बनाई जा रही हैं 10 स्मार्ट सिटी

उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों को सार्वजनिक परिवहन की ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त कराना समय की मांग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में तेजी के साथ बेहतर सार्वजनिक परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराने में राज्य सरकार को सफलता मिली है। यूपी में 10 स्मार्ट सिटी बनाई जा रही हैं। देश में 10 टॉप शहरों में उत्तर प्रदेश के आगरा व वाराणसी भी शामिल हैं। योजना के इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) और आईसीसीसी के माध्यम से कोविड प्रबंधन में बहुत मदद मिली। इसी तरह देश में सर्वाधिक शहरों में मेट्रो रेल चलाने वाला राज्य भी यूपी है। स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य प्राप्त करने में भी यूपी अव्वल है।

नैमिषारण्य का है खास महत्व

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कुछ दिनों पूर्व दक्षिण भारत के एक सच्जन उनसे भेंट करने आए थे। उन्होंने नैमिषारण्य के विषय में जिज्ञासा जाहिर की थी। नैमिषारण्य वैदिक और पौराणिक ज्ञान की आधार भूमि है। श्रवण परंपरा को लिपिबद्ध करने का श्रेय नैमिषारण्य को जाता है। इस मौके पर नगर विकास मंत्री एके शर्मा, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई व सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री व सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात आदि उपिस्थित थे।