- निगम की आय भी बढ़ेगी, करीब 5 लाख घर आएंगे हाउस टैक्स के दायरे में

- 124 गांव अभी तक नगर निगम की सीमा में

- 212 हो जायेगी अब गांवों की संख्या

- 568 वर्ग किमी तक हो गया है नगर निगम का दायरा

- 310 वर्ग किमी ही था पहले यह दायरा

LUCKNOW : आखिरकार नगर निगम सीमा के विस्तार का रास्ता साफ हो गया है। कैबिनेट के फैसले के बाद करीब 88 गांव नगर सीमा में आ जाएंगे। जिससे एक तरफ तो इन गांवों में नगर निगम की ओर से विकास कराया जाएगा, वहीं दूसरी तरफ पांच लाख से अधिक मकान निगम के दायरे में आ जाएंगे, जिससे निगम को राजस्व संबंधी लाभ भी होगा।

अभी करीब 124 गांव

वर्तमान समय में नगर निगम सीमा में करीब 124 गांव आते हैं। प्रस्ताव पास होने के बाद अब नगर निगम क्षेत्र में आने वाले कुल गांवों की संख्या 212 हो गई है। अब नगर निगम की सीमा 310 वर्ग किमी से बढ़कर 568 वर्ग किमी तक हो गई है।

32 साल पहले विस्तार

नगर निगम ने करीब तीन साल पहले 88 गांवों को निगम क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन इस पर अंतिम मुहर नहीं लग सकी थी। जानकारी के अनुसार, करीब 32 साल पहले नगर निगम की सीमा में विस्तार किया गया था।

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ये 88 गांव शामिल

उत्तर दिशा

जेहटा, सैथा, अलीनगर, नरहरपुर, घैला, अल्लूनगर डिगुरिया, ककौली, मुतक्कीपुर, रायपुर, भिठौली खुर्द, मोहिउद्दीनपुर, खरगपुर जागीर तिवारीपुर, मिर्जापुर, सैदपुर जागीर, रसूलपुर कायस्थ, अजनहर कलां, मिश्रपुर, गुडंबा, बरखुरदारपुर, आधार खेड़ा, बसहा, दसौली, रसूलपुर सादात, मोहम्मदपुर मजरा, नौबस्ता कलां, गोयला तथा धावा

पूरब दिशा

उत्तर धौना, गणेशपुर रहमानपुर, सेमरा, शाहपुर, सरायशेख, टेराखास, लौलाई, निजामपुर मल्हौर, हासेमऊ, भरवारा, लोनापुर, चंदियामऊ, भैसोरा, खरगापुर, हुसडि़या, मकदूमपुर, मलेसेमऊ, बाघामऊ, मस्तेमऊ, अरदौना मऊ, सरसवां, अहमामऊ, चक कजेहरा, माढरमऊ खुर्द, माढरमऊ कलां, हसनपुर खेवली, यूसुफ नगर, हरिहरपुर, मलाक, देवामऊ, मुजफ्फरनगर, घुसवल, निजामपुर मझिगवां, सोनई कजेहरा, बरौना, सेवई तथा बरौली खलीलाबाद

दक्षिण दिशा

बिरूरा, हरिकश गढ़ी, पुरसेनी, कल्ली पश्चिम, अलीनगर खुर्द, अशरफ नगर, रसूलपुर इठुरिया, बिजनौर, नटकुर, मीरानपुर पिनवट, अमौसी तथा अनौरा।

पश्चिम दिशा

कलिया खेड़ा, अलीनगर सुनहरा, सदरौना, सरोसा भरोसा, नरौना, सलेमपुर, पतौरा, सिकरोरी, लालनगर, महिपतमऊ, सराय प्रेमराज और मौरा

लंबे समय से मांग

जो गांव अब नगर निगम में शामिल हुए हैं, वहां रहने वाले लोग लंबे समय से इस कदम की मांग कर रहे थे। लोगों की मांग थी कि उनके गांव को नगर निगम एरिया में लाया जाए, जिससे सड़क, नाली, पार्को का डेवलपमेंट इत्यादि हो सके।