लखनऊ (ब्यूरो)। इंस्पेक्टर कृष्णानगर आलोक कुमार राय ने बताया कि कानपुर देहात निवासी दिग्विजय सिंह यादव की बहन निशा यादव की शादी 8 फरवरी 2014 को दारोगा आलोक यादव से हुई थी। 30 सितंबर की रात दारोगा की पत्नी निशा की मौत हो गई थी। दारोगा का कहना था कि कि पत्नी ने फांसी लगाई थी।

दहेज में 10 लाख की मांग का आरोप
निशा के भाई दिग्विजय ने बताया कि शादी के एक साल बाद से ही बहनोई आलोक यादव, उसके चाचा सर्वेश कुमार, रविन्द्र, देवेन्द्र दहेज में 10 लाख की मांग करते थे। निशा के विरोध पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। मांग के पूरा ना होने के चलते निशा की हत्या कर दी गई। दिग्विजय की तहरीर पर पुलिस ने दारोगा और उनके तीन चाचा के खिलाफ हत्या के साथ धमकाने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

लगातार दे रहे थे धमकी
पीडि़त का आरोप है कि घटना के बाद से आरोपी के मुकदमा ना लिखवाने के लिए उसको धमका रहे थे। इंस्पेक्टर कृष्णानगर का कहना है कि निशा की पीएम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई थी। अब हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर पूरे मामले की जांच की जा रही है।