-इंदिरानगर के राहुल विहार में दिनदहाड़े घटना से हड़कंप

-मुलाकात करने आए दो युवकों ने दिया वारदात को अंजाम

-पिस्टल से मारी गोली, घर में मौजूद दो युवतियों को बंधक बनाकर हुए फरार

LUCKNOW: इंदिरानगर के राहुल विहार कॉलोनी में दो युवकों ने एक महिला को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। हमलावर युवक महिला से मुलाकात करने आए थे और कुछ देर की बातचीत के बाद उन्होंने उसे गोली मार दी। इस दौरान घर में मौजूद दो युवतियों को हमलावरों ने उसी कमरे में बंद कर दिया और मृतका व दोनों युवतियों की ज्वैलरी व मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए। बंधक बनी युवतियों ने किसी तरह खुद को आजाद कराया और पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने खून से लथपथ महिला को लोहिया हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया। पुलिस ने मृतका के बेटे की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या व लूटपाट की एफआईआर दर्ज कर ली है।

किराये पर ले रखा था घर

मूलत: बिहार के सीवान की रहने वाली नंदिनी तिवारी (47) इंदिरानगर के सेक्टर 17 में किराये के मकान में अपने बेटों मुकेश व संदीप के साथ रहती थी। नंदिनी के पति अजय कुमार तिवारी सीवान में रहते हैं। पति से मनमुटाव के बाद वह लखनऊ में आ बसीं। उनका एक मकान 3/460, जानकीपुरम विस्तार में है, जिसे उन्होंने किराये पर उठा रखा है। सीओ गाजीपुर दिनेश पुरी के मुताबिक, नंदिनी ने राहुल विहार में स्थित एक मकान किराये पर ले रखा है, इस मकान में उनकी कथित भांजी पुनीता यादव उर्फ खुशी पति संजय यादव के साथ रहती है। यह मकान हरिद्वार में एक प्राइवेट कंपनी में एचआर हेड पीके सिंह का बताया जाता है।

हर रोज आ जाती थीं

कथित रूप से प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाली नंदिनी हर रोज पुनीता के घर पर आ जाती थी। खुशी के मुताबिक, बुधवार को भी नंदिनी सुबह 11.15 बजे वहां आ गई। नंदिनी ने उसे बताया कि दो लोग उनसे मिलने आने वाले हैं, इसलिए वह कुछ नाश्ते का इंतजाम कर ले। खुशी ने बताया कि वह चिप्स के पैकेट ले आई। दोपहर करीब 1.45 बजे वहां नंदिनी की एक और कथित भांजी सोनिया उनसे मिलने आ पहुंची। इसी बीच वहां दो युवक भी आ गए। 25 से 30 साल के उन युवकों में से एक पैंट शर्ट जबकि दूसरा टीशर्ट और जींस पहने था। नंदिनी ने उन्हें देखते ही भीतर बुला लिया और उन्हें लेकर बेडरूम में चली गई। खुशी ने बताया कि उसने चाय और चिप्स बेडरूम में पहुंचा दिया। उस वक्त नंदिनी और दोनों युवक आपस में बातचीत कर रहे थे। चाय-नाश्ता देने के बाद वह और सोनिया ड्राइंग रूम में बैठकर टीवी देखने लगीं।

नंदिनी ने बेडरूम में बुलाया

खुशी ने बताया कि दोपहर करीब 2.15 बजे नंदिनी ने आवाज देकर उसे व सोनिया को बेडरूम में बुला लिया। उसने बताया कि जैसे ही वे दोनों वहां पहुंची, एक युवक ने उन दोनों को धक्का दे दिया। अभी वे दोनों कुछ समझ पाती तभी एक युवक ने पिस्टल निकाल ली और नंदिनी के माथे से सटाकर फायर कर दिया। गोली लगते ही नंदिनी का सिर फट गया। वह धराशायी हो गईं। खुशी ने बताया कि नंदिनी के जमीन पर गिरते ही वह और सोनिया बदहवासी में चीखने लगीं। इस पर पिस्टल लिये बदमाश ने उन्हें भी गोली मारने की कोशिश की। पर, पिस्टल में गोली फंस गई और फायर नहीं हो सका। उसने बताया कि बदमाशों ने दीवार पर पिस्टल ठोंककर फंसा कारतूस निकालने की कोशिश की। लेकिन, कारतूस बाहर नहीं निकला।

ज्वैलरी और मोबाइल लूट ले गए

खुशी और सोनिया ने बताया कि फायर करने में नाकाम रहने पर बदमाशों ने नंदिनी के शरीर पर मौजूद चेन, बालियां और सोने की चूडि़यां उतार ली। इसके बाद उन्होंने उनके शरीर पर मौजूद ज्वैलरी व उनके मोबाइल फोन कब्जे में ले लिया। इसके बाद बदमाशों ने उन्हें उसी कमरे में बंद कर दिया और वहां से फरार हो गए। खुशी ने बताया कि बदमाशों के फरार हो जाने के बाद उन लोगों ने काफी देर तक दरवाजा पीटा। पर, कोई भी उनकी मदद को न आ सका। आखिरकार खुशी एसी विंडो में लगे थर्माकोल को हटाकर बाहर निकली और दरवाजा खोलकर सोनिया को बाहर निकाला।

रोड से गुजर रहे दारोगा को दी सूचना

कमरे से बाहर निकलने के बाद खुशी और सोनिया भागकर रोड पर पहुंची। इसी दौरान वहां से गुजर रहे शिवाजीपुरम चौकी इंचार्ज एसआई गिरीश चंद्र अग्निहोत्री को उन्होंने रोका और घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने पर एसआई अग्निहोत्री उनके साथ घर पहुंचे और वहां का नजारा देख उन्होंने एसओ इंदिरानगर धीरेंद्र यादव को घटना की जानकारी दी। जानकारी मिलने पर एसओ यादव भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और खून से लथपथ पड़ीं नंदिनी को लोहिया हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उसे डेड डिक्लेयर कर दिया।

40 मीटर जाकर ठिठक गया स्निफर

घटना की जानकारी मिलने पर डीआईजी डीके चौधरी, एसएसपी राजेश कुमार पांडेय, सीओ गाजीपुर दिनेश पुरी मौके पर पहुंचे। हमलावरों का सुराग लगाने के लिये फॉरेंसिक एक्सप‌र्ट्स और स्निफर को मौके पर बुलाया गया। चिप्स के पैकेट और कप को सूंघने के बाद स्निफर घर के बाहर निकला और बाएं घूमकर करीब 40 मीटर जाकर वहां एक प्लॉट पर बनी झुग्गियों के पास जाकर ठिठक गया।