- सक्षम बूथ कमेटी के साथ पन्ना समितियों को भी मजबूत बनाने का फार्मूला समझाया

-जनप्रतिनिधियों को व्यक्तिगत छवि बनाने के बजाए पार्टी हित सर्वोपरि मानने की सीख

रुष्टयहृह्रङ्ख: त्रिस्तरीय पंचायत व विधानसभा चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (जेपी नड्डा) ने शुक्रवार को सक्षम बूथ कमेटियों के साथ पन्ना समितियों को मजबूती देने का फार्मूला समझाया। संगठन के नए माइक्रो मैनेजमेंट में बूथ अध्यक्षों के साथ पन्ना प्रमुखों की भूमिका महत्वपूर्ण होने की बात कही। साथ ही जन प्रतिनिधियों को व्यक्तिगत छवि बनाने पर ध्यान देने के बजाए पार्टी हित को सर्वोपरि मानने की सलाह दी। कार्यकर्ताओं से अपनत्व भाव अपनाने पर जोर देते हुए सरकार की उपलब्धियां जन-जन तक पहुंचाने की बात भी कही।

हम संास्कृतिक राष्ट्रवाद से आगे बढ़े

लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर शु्क्रवार को भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने एक के बाद एक आधा दर्जन से अधिक बैठकें की। बूथ, मंडल, क्षेत्र व प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों की अलग-अलग बैठकें करने के साथ जनप्रतिनिधियों से भी संवाद किया। उनका कहना था कि भाजपा राष्ट्रवादी डेमोक्रेटिक पार्टी है। भाजपा में चाहे बाइचांस आएं, स्वेच्छा या एक्सीडेंटली या किसी भी माध्यम से आएं हों, आप सही जगह आए हैं। हम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ आगे बढ़े हैं। वामपंथी कहते हैं कि पेट की भूख सबसे बड़ी चीज है, लेकिन दीनदयाल उपाध्याय कहते थे कि अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रखना है।

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अपने घरों से भोजन लाकर करें सामूहिक भोज

उन्होंने कहा कि राजनीतिक कार्यकताओं को हवा में नहीं बल्कि तथ्यों के साथ बातें करनी चाहिए। हर मंडल पदाधिकारी को कोई न कोई बूथ दिया जाए। बूथ समिति में सभी वर्ग के लोगों को जोड़कर सक्षम बनाएं। प्रत्येक माह अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात सुनें। मंडल पदाधिकारी बूथ पर सामूहिक भोज करें। अपने घर से भोजन लेकर आएं और एक दूसरे का भोजन करें। हर बूथ में पन्ना प्रमुख के साथ समितियां बनाएं। बूथ औऱ पन्ना समितियों के सदस्य नियमित संवाद करें और एक दूजे के सुख-दुख में काम आएं।

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रिश्तेदारों को बढ़ावा न दें, कार्यकर्ता को दें तरजीह: सामान्य कार्यकर्ताओं में असंतोष न पनपे, इसके लिए नड्डा ने सांसद- विधायकों को हिदायत दी कि अपने परिजन या रिश्तेदार को अपना प्रतिनिधि नियुक्त न करें बल्कि किसी कार्यकर्ता को मौका दें। शादी जैसे कार्यक्रमों में भी अपने कार्यकर्ताओं को ही प्राथमिकता दें। अपनी व्यक्तिगत छवि बनाने की कोशिश से बचते हुए पार्टी हित को सर्वोपरि मानें। बेवजह बयानबाजी से बचें, सरकारी योजनाओं का लाभ अधिकतम लोगों तक पहुंचाने में जुटें।

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इनसेट-

बूथ जीते तो चुनाव भी जीत लेंगे : नड्डा

जागरण संवाददाता, लखनऊ : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने चुनाव में हर बूथ जीतने पर जोर दिया। कहा कि बूथ जीते तो चुनाव भी जीत लेंगें।

बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बूथ स्तर पर स्थिति और मजबूत करने की जरूरत है। बूथ स्तर पर वोटरों की संख्या नौ सौ से एक हजार के बीच होती है। यहां एक-एक कार्यकर्ता को वोटर लिस्ट के एक पन्ने पर दर्ज तीस नामों से व्यक्तिगत संपर्क करना होगा। उनके सुख-दुख में शामिल होना होगा। उन्होंने नारा दिया कि 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' का आधार बनाकर काम करें। समाज में अच्छा काम करने वाले को गमछा और शॉल देकर सम्मानित करें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में 1.63 लाख बूथ हैं। यहां कार्यकर्ता सरकारी योजनाओं का लाभ हर वर्ग तक पहुंचाएं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी बूथ जीतने पर जोर दिया।