-नंदिनी के चंगुल में फंसकर कंगाल हुए युवक ने साथी संग की थी हत्या

-चश्मदीद युवतियों ने पहचानने के बावजूद नहीं दिया था पुलिस को सुराग

-सर्विलांस की मदद से पकड़े गए हत्यारे, पिस्टल अब तक नहीं हो सकी बरामद

LUCKNOW: इंदिरानगर के राहुल विहार में कथित प्रॉपर्टी डीलर नंदिनी तिवारी की हत्या देह व्यापार और नशे के 'कॉकटेल' का नतीजा थी। पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड समेत दो आरोपियों को अरेस्ट करते हुए हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस का कहना है कि गिरफ्त में आया मुख्य आरोपी नंदिनी द्वारा चलाए जा रहे देह व्यापार व नशे के दलदल में फंसकर कंगाल हो चुका था। इसी से क्षुब्ध होकर उसने नंदिनी को मौत के घाट उतार दिया। फिलवक्त वारदात में इस्तेमाल पिस्टल बरामद करने में पुलिस नाकाम रही है। जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

बातचीत के दौरान मार दी थी गोली

इंदिरानगर के राहुल विहार में बीते बुधवार को कथित प्रॉपर्टी डीलर नंदिनी तिवारी की दो युवकों ने हत्या कर दी थी। हमलावर नंदिनी के परिचित थे और उससे मुलाकात करने आए थे। चाय-नाश्ते और कुछ देर की बातचीत के बाद उन युवकों ने नंदिनी को पिस्टल से गोली मार दी और मौके से फरार हो गए थे। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने वारदात के वक्त मौजूद दो युवतियों पुनीता यादव उर्फ खुशी और सोनिया को कस्टडी में लेकर पूछताछ की। पर, उन्होंने हमलावरों के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया था। हालांकि, मौके से भारी मात्रा में आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद होने के बाद जांच की दिशा सेक्स रैकेट की ओर घूम गई थी।

सर्विलांस की मदद से दबोचा

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय के मुताबिक, जांच में जुटे सीओ गाजीपुर दिनेश पुरी और उनकी टीम को वारदात वाले घर में रहने वाली पुनीता यादव ने बताया था कि नंदिनी ने घर आते ही कहा था कि, दो लोग उससे मिलने आने वाले हैं, इसलिए वह चाय-नाश्ते का इंतजाम कर ले। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने मृतका नंदिनी तिवारी के मोबाइल फोन की सीडीआर निकाली। गहन छानबीन के बाद पुलिस ने एक संदिग्ध नंबर को राडार पर लिया। पर, वह नंबर वारदात के बाद स्विच ऑफ हो गया था। पुलिस टीम ने संदिग्ध नंबर पर बातचीत करने वाले एक अन्य नंबर की डिटेल खंगाली और उस नंबर को संचालित कर रहे बहराइच निवासी सलमान को कस्टडी में ले लिया। सलमान से पूछताछ के बाद पुलिस टीम ने चिनहट के मटियारी में घेराबंदी कर विनीत खंड, गोमतीनगर निवासी अभिषेक कनौजिया और विनयखंड, गोमतीनगर निवासी विनय चौहान को दबोच लिया।

करने लगा खुलासे

एसएसपी पांडेय के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अभिषेक ने नंदिनी की हत्या करना कबूल कर लिया। उसने बताया कि नंदिनी प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार दिखावे के लिये करती थी। जबकि, असल में वह देह व्यापार के धंधे में लिप्त थी। उसने बताया कि वह एक साल पहले नंदिनी के संपर्क में आया था। संपर्क में आने के बाद नंदिनी उससे अय्याशी कराने के एवज में मोटी रकम ऐंठती रही। इस दौरान उसे नशे की लत भी डाल दी। अय्याशी और नशे की लत की वजह से वह तंगहाल हो गया। उसने बताया कि तंगहाली और अपनी आदतों की पूर्ति के लिये पहले उसने दोस्तों से कर्ज लिया। जब कर्ज ज्यादा बढ़ गया तो उसने अपनी बाइक तक गिरवी रख दी। इधर, कर्ज देने वाले उससे लगातार अपनी रकम वापस मांग रहे थे।

रुपये न होने पर किया बेइज्जत

अभिषेक ने बताया कि बुधवार को वह अपने दोस्त विनय चौहान के साथ एक बार फिर नंदिनी के घर पहुंचा। जहां नंदिनी ने उससे रुपयों की मांग की। बाइक तक गिरवी रख चुके अभिषेक के पास रुपये नहीं थे। उसने नंदिनी से रुपये न होने की बात कही। अभिषेक ने बताया कि रुपये न होने की बात सुनते ही नंदिनी भड़क उठी और उसने उसे घर में मौजूद पुनीता और सोनिया के सामने ही बेइज्जत करना शुरू कर दिया। यह बात उसे नागवार निकली और उसने पिस्टल निकालकर नंदिनी को गोली मार दी। अभिषेक ने बताया कि नंदिनी की मौत होने के बाद वे लोग पुनीता और सोनिया को उसी कमरे में बंद कर पैदल ही खुर्रम नगर तक पहुंचे। जहां से वे ऑटो पर सवार होकर अपने घर लौट गए।

सर्विलांस को गच्चा देने की कोशिश नाकाम

पुलिस के मुताबिक, अभिषेक ने सर्विलांस को गच्चा देने की भरपूर कोशिश की। पर, वह इसमें सफल नहीं हो सका। उसने जिस नंबर से नंदिनी को कॉल किया था, उसे फेक आईडी पर बीती 30 अगस्त को मटियारी एरिया की एक दुकान से खरीदा था। सीओ पुरी ने बताया कि अभिषेक से सिर्फ एक चूक हो गई कि उसने उस नंबर से सिर्फ एक बार अपने बहराइच निवासी दोस्त सलमान से बात कर ली। जिसके बाद पुलिस के घेरे में आए सलमान से अभिषेक का सुराग मिल गया। अब पुलिस फेक आईडी पर सिम देने वाले दुकानदार पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।