4 सेंटर बनाए गए राजधानी में

4500 स्टूडेंट्स शामिल हुए एग्जाम में

2 शिफ्ट में कराया गया एग्जाम

5 अक्टूबर को आएगा रिजल्ट

- राजधानी में चार सेंटर्स पर सम्पन्न हुआ जेईई एडवांस का एग्जाम

- कहीं लाइन को लेकर विवाद तो कहीं नहीं दिखी सोशल डिस्टेंसिंग

LUCKNOW: देशभर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) संस्थानों में एडमिशन के लिए ज्वाइंट एंटरेंस टेस्ट (जेईई) एडवांस संडे को शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। इस एग्जाम के लिए राजधानी में कुल चार सेंटर बना एगए थे और इन सेंटर्स पर करीब 4500 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। इस एग्जाम के लिए करीब 4557 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था। एग्जाम के दौरान फिजिक्स और मैथ्स से कठिन सवालों ने स्टूडेंट्स का टाइम मैनेजमेंट बिगाड़ दिया।

डेढ़ घंटे पहले पहुंचे सेंटर

जेईई एडवांस का एग्जाम दो शिफ्ट में सुबह नौ से दोपहर 12 और दोपहर 2:30 से शाम 5:30 के बीच हुआ। स्टूडेंट्स को सेंटर पर डेढ़ घंटे पहले पहुंचना था। अधिकतर सेंटर्स पर स्टूडेंट्स ने सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन प्रवेश के दौरान नहीं किया। हालांकि सभी स्टूडेंट्स ने मास्क लगाया था। कई सेंटर्स पर स्टूडेंट्स को डिस्पोजिबल मास्क उपलब्ध कराए गए। निगरानी के लिए सभी सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एग्जाम कराया गया।

सोशल डिस्टेंसिंग नहीं

सीतापुर रोड स्थित स्टार ऑनलाइन सॉल्यूशन सेंटर से एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट्स ने बताया जगह की कमी के कारण यहां दो स्टूडेंट्स के बीच एक फीट की दूरी भी नहीं थी। न यहां बाथरूम साफ था और सेनेटाइजेशन के लिए फुट मशीन में सेनेटाइजर ही खत्म हो गया था। इस एग्जाम का रिजल्ट पांच अक्टूबर को घोषित किया जाएगा। वहीं छह नवंबर से नौ नवंबर के बीच 11 हजार सीटों में से खाली सीटों पर आवंटन शुरू हो जाएगा।

फिजिक्स व मैथ्स ने किया परेशान

एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट्स ने बताया कि इस बार फिजिक्स और मैथ्स से सवाल काफी कठिन आए, जिन्हें करने में काफी समय लग गया। अधिकतर स्टूडेंट्स का टाइम मैनेजमेंट इससे बिगड़ गया। वहीं केमिस्ट्री के सवाल औसत आए। केमिस्ट्री में ज्यादातर सवाल ऑरगेनिक और इन ऑरगेनिक से पूछे गए।

बाक्स

पेरेंट्स ने खूब किया हंगामा

सेंटर्स पर एग्जाम से एक घंटे पहले स्टूडेंट्स को रिपोर्ट करना था। स्टूडेंट्स जब पेरेंट्स के साथ सीतापुर रोड स्थित स्टार ऑनलाइन सॉल्यूशन में बने सेंटर पर पहुंचे। वहां उन्हें एक घंटे तक लाइन में खड़ा रखा गया, जिससे पेरेंट्स ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बाद स्टूडेंट्स को करीब 7:48 बजे सेंटर पर जाने दिया गया।