- 1994 बैच के आईपीएस हैं डीके ठाकुर

- 2012 में राजधानी के बने थे एसएसपी

- 17 माह का रहा था कार्यकाल

फ्लैग- नए पुलिस कमिश्नर का अपराध व भयमुक्त समाज बनाने का संकल्प

- नए पुलिस कमिश्नर ने लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की संभाली कमान

- पहला आदेश- हर पुलिस कर्मी को जनता की बात सुननी होगी

LUCKNOW: योगी सरकार ने मंगलवार देर रात यूपी के चार सीनियर आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। इन अधिकारियों में लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय भी शामिल हैं। सुजीत पांडेय को एडीजी (एटीसी) सीतापुर बनाया गया है और एटीएस के एडीजी डीके ठाकुर को लखनऊ का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। डीके ठाकुर ने बुधवार सुबह लखनऊ के पुलिस कमिश्नर का चार्ज संभाल लिया।

पक्षपात की कार्रवाई पर होगा एक्शन

नए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बुधवार को पुलिस लाइन में अपनी प्राथमिकताएं गिनाई। उन्होंने कहा कि अपराध व भयमुक्त समाज स्थापित करना मुख्य उद्देश्य में शामिल होगा। महिलाओं, कमजोर वर्ग के लोगों के खिलाफ जो अपराध हो रहा है उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा एफआईआर की समय से विवेचना पूरी कराकर निस्तारण कराया जाएगा। पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। माफियाओं के विरुद्ध कड़ा एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता की समस्या का तत्काल निस्तारण करना ही सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी, जिससे जनता को शिकायत का मौका न मिले।

कुटीर उद्योग बन गया अवैध शराब

कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि अवैध शराब के धंधे ने कुटीर उद्योग का रूप ले लिया है। सरकारी दुकानों पर भी अवैध शराब की बिक्री होने से जनहानि हो रही है। आबकारी विभाग के साथ मिलकर इसके विरुद्ध व्यापक अभियान चलाया जाएगा।

सोशल मीडिया है बड़ी चुनौती

कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि आज के दौर में सोशल मीडिया सहयोगी होने के साथ ही हानिकारक भी है। कई बार बहुत सारी अफवाह चलती है, जिससे सही गलत पता करने में समय लगता है। इसके अलावा दो संप्रदायों के बीच अफवाहों वाले पोस्ट आते हैं, जिसे कंट्रोल करने में पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में सोशल मीडिया को एक चुनौती की तरह लिया जाएगा। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी।

जनता के हित में लगाया जाएगा

कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि कमिश्नरेट सिस्टम में हमें अधिक से अधिक अधिकारी और मजिस्ट्रेटी पावर दी गई है, जिसे शत प्रतिशत जनता के हित में लगाया जाएगा। जनता को जल्द ही दिखेगा कि पहले की और वर्तमान की पुलिसिंग में क्या अंतर आया है। डीके ठाकुर ने कहा कि जनता को सुनना ही मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी।

बतौर एसएसपी 17 माह का एक्सपीरियंस

लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर 1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं और लखनऊ के एसएसपी भी रह चुके हैं। चार्ज लेने के बाद डीके ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2012 में 17 महीने लखनऊ की जनता की सेवा करने का मौका मिला था। अब दोबारा मौका दिया गया है तो जनता की समस्या का निस्तारण करना ही प्राथमिकता होगी।