लखनऊ (ब्यूरो)। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की रमजान हेल्पलाइन व्हाट्सएप चैटबॉट का उद्घाटन मंगलवार को इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने किया। इस चैटबॉट के माध्यम से रमजान के दौरान शरई मामलों को लेकर सवाल-जवाब किया जा सकेगा। जिसका जवाब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) चैटबॉट द्वारा दिया जाएगा। यह कई भाषाओं में सवालों के जवाब देगा। रोजेदार चैटबॉट नंबर 0014073377601 पर अपने सवाल कर सकेंगे। यह चैटबॉट केवल रमजान के दौरान ही चलेगा।

2001 में हुई थी शुरुआत

इस अवसर पर मौलाना ने कहा कि इस्लामिक सेंटर ने 2001 में रमजान हेल्पलाइन की शुरुआत की थी, जो ना सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया की ऐसी पहली हेल्पलाइन है, जिस पर मोबाइल, व्हाट्सएप व ईमेल के माध्यम से लोग रमजान, रोजा, नमाज, जकात, हज, ऐतिकाफ और अन्य धार्मिक प्रश्न पूछते हैं। जिनके उलमा द्वारा उत्तर दिये जाते हैं और लोग घर बैठे शरई मामलात की जानकारी आसानी से हासिल कर लेते हैं।

रोजेदारों को मिलेगा फायदा

कई अवसरों पर रोजेदारों को रोजे से संबंधित अपने मसले का शरई हल जानना होता है। दुनिया के अन्य देशों से भी लोग इस हेल्पलाइन का लाभ उठाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए एआई चैटबॉट का उद्घाटन किया गया है। अल्लाह ने अपनी पाक किताब में और बातों के साथ-साथ इस बात का भी हुक्म दिया है कि दुनिया की हर चीज पर गौर और रिसर्च करें, जिससे नई-नई चीजें सामने आयेंगी और लोगों को फायदा पहुंचेगा।

कई भाषाओं में मिल सकेगा जवाब

चैटबॉट बनाने वाले मो। नईम अहमद ने बताया कि अपने देश और अन्य देशों के टाइम जोन में फर्क होने के कारण हर बार सवाल का जवाब समय पर मिल पाना संभव नहीं हो पाता है। विश्व भर के रोजेदारों की मदद के लिये एआई चैटबॉट की शुरुआत की गई है। जिसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि विश्व के किसी भी कोने से किसी भी समय और किसी भी भाषा में लोग अपने दीनी मसाएल पूछ सकते हैं। जिस भाषा में सवाल होगा उसका जवाब उसी भाषा में दिया जायेगा। इंग्लिश, हिंदी, उर्दू, अरबी, चीनी, फ्रेंच, जर्मन आदि भाषाओं में ये सुविधा उपलब्ध है।