- स्कूल छोड़ने वाले स्टूडेंट्स से दुगनी फीस वसूलने की तैयारी

- एडमिशन फीस में स्कूल नहीं देंगे किसी तरह की राहत

- 9.82 प्रतिशत फीस की हो सकती है इस सेशन में बढ़ोत्तरी

LUCKNOW :

एक ओर जहां कोरोना संक्रमण के चलते बच्चों की पढ़ाई जहां पटरी से उतरी हुई तो वहीं दूसरी ओर अब राजधानी के स्कूलों ने नए सेशन से पेंरेट्स पर बोझ बढ़ाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहर के प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों का एडमिशन कराने को पहुंच रहे पेरेंट्स को स्कूल प्रशासन फीस बढ़ोत्तरी के बारे में जानकारी दे रहे हैं। वहीं जिन्होंने कोरोना काल में आई आर्थिक दिक्कतों के चलते अपने बच्चों को स्कूल से नाम कटवा लिया था। उनके लिए अब सबसे ज्यादा दिक्कतें पेश आ रही हैं।

डबल एडमिशन फीस

अभिभावक संघ की ओर से प्राइवेट स्कूलों की ओर से शुरू हुई मनमानी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है। संघ का कहना है कि कोरोना काल में जिन बच्चों का नाम स्कूलों से उनके पेरेंट्स ने कटवा लिया था। अब वह नए सेशन में बच्चे का एडमिशन कराने के लिए उसी स्कूल या फिर किसी दूसरे स्कूल में जा रहे हैं, तो उनसे बीते साल की एडमिशन फीस की भी मांग की जा रही है। साथ ही अप्रैल से शुरू होने वाले सेशन में जो फीस बढ़ोत्तरी होगी वह भी देनी होगी।

कई मदों में फीस बढ़ोत्तरी

संघ का कहना है कि राजधानी के कई स्कूलों में नौ से 12 क्लास के लिए स्कूल खुलने पर अभिभावकों से री-एडमिशन फीस तक ली जा रही है। वहीं जिन स्कूलों कई मदों की फीस कोरोना काल में खुद ही माफ की थी। उन मदों में इस बार दुगुने से अधिक की बढ़ोत्तरी की गई है। अगर कोई अभिभावक स्कूल प्रशासन से इस सम्बन्ध में राहत देने की बात कहता है, उनसे दूसरे स्कूल में जाकर एडमिशन लेने को कह दिया जाता है।

बढ़ सकती है 9.82 फीसद फीस

पिछले साल सभी स्कूलों ने निर्णय लिया था कि वह फीस नहीं बढ़ाएंगे, लेकिन नए सत्र में स्कूलों की फीस बढ़ाने पर मंथन शुरू हो गया है। नए सत्र में नियमों के अनुसार 9.82 फीसद के करीब फीस बढ़ सकती है। इस मामले में विभिन्न स्कूलों की एसोसिएशन बैठक कर जल्द निर्णय ले सकती हैं। कोरोना काल में सरकार ने फीस न बढ़ाने का फैसला लिया था और किसी भी स्कूल ने फीस नहीं बढ़ाई थी। अब नए सत्र में स्कूलों ने फीस बढ़ाने की तैयारी कर ली है। राजधानी के स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि पिछले वर्ष फीस नहीं बढ़ी और फीस माफ भी हुई। बाकी अभी कोई निर्देश शासन से नहीं मिला है। वैसे फीस वृद्धि न करने का आदेश एक साल के लिए था इसलिए मानकों के अनुसार करीब 9.82 फीस बढ़ाई जा सकती है।

कोट

कई बड़े स्कूलों ने अभी से अपने एडमिशन फीस को डबल कर दिया हैं। अगर पेरेंट्स ने कोरोना के चलते बच्चों को स्कूल नहीं भेजा है तो उन्हें नए सेशन में एडमिशन दिया जा रहा हैं। इसके एवज में डबल एडमिशन फीस ली जा रही है।

- केके त्रिपाठी, उपाध्यक्ष, अभिभावक संघ

नए सेशन में फीस बढ़ोत्तरी से पहले स्कूलों की ओर से पहले ही कुछ मदों की फीस में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। ताकि जब अप्रैल से नयी फीस बढ़ोत्तरी हो तो परेंट्स इसका विरोध न कर सकें। - पीके श्रीवास्वत, अध्यक्ष, पेरेंट्स एसोसिएशन