लखनऊ (ब्यूरो)। लंबे इंतजार के बाद हजरतगंज समेत कई अन्य स्थानों की आधा दर्जन बदहाल रोड्स को संजीवनी देने का काम शुरू कर दिया गया है। निगम प्रशासन की योजना से साफ है कि अब उक्त चिंहित रोड्स पर पैचिंग का कार्य नहीं कराया जाएगा बल्कि नए सिरे से नई रोड ही बनाई जाएगी। जिससे लंबे समय तक मेंटीनेंस की जरूरत न पड़े। प्रमुख मार्गों के साथ ही 200 से अधिक गली-मोहल्लों की रोड्स को भी बेहतर बनाने की कवायद की जा रही है। जिससे गली-मोहल्लों में भी लोगों को बदहाल सड़क संबंधी समस्या का सामना न करना पड़े।

अभी तक पैचिंग से काम

अभी तक निगम प्रशासन की ओर से इन चिंहित रोड्स पर पैचिंग का कार्य ही करा दिया जाता था। गुजरते वक्त के साथ रोड्स की कंडीशन फिर से पुरानी स्थिति जैसी हो जाती थी। जिसके बाद अब निगम की ओर से नए सिरे से सभी बदहाल रोड्स के नवनिर्माण कराए जाने संबंधी योजना का खाका तैयार किया गया है। जिन रोड्स को चिन्हित किया गया है, उन पर व्हीकल लोड अधिक होने के साथ ही पब्लिक मूवमेंट भी अधिक है। ऐसे में इन रोड्स का मेंटीनेंस या नए सिरे से निर्माण कराए जाने की सख्त जरूरत थी।

कनेक्टिंग एरिया सेलेक्ट हुए

जो रोड्स चिंहित की गई हैैं, वो प्रमुख मार्गों की कनेक्टिंग रोड हैैं या प्रमुख रोड हैैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब इन रोड्स का निर्माण हो जाएगा तो पब्लिक को अपनी मंजिल तक पहुंचने में समय कम लगेगा साथ ही जाम की समस्या भी कम हो जाएगी। वहीं दूसरी तरफ गली मोहल्लों की 300 से अधिक रोड्स को भी चिंहित किया गया है। गली मोहल्लों में जो रोड्स चिंहित हुई हैैं, उनमें से अधिकतर रोड्स पर पैचिंग कराई जाएगी, जबकि जरूरत पडऩे पर नई रोड का निर्माण कराया जाएगा।

ये रोड्स बनेंगी

1-जीपीओ से स्मार्ट सिटी ऑफिस तक

2-कैसरबाग चौराहा, बीएन रोड

3-अमीनाबाद से गुईन रोड

4-कैसरबाग चौराहे से मूंगफली मंडी

5-परिवर्तन चौक से रेजीडेंसी

6-कैसरबाग बस स्टेशन चौराहे से अमीनाबाद तक

(इसके अतिरिक्त भी अन्य रोड्स चिन्हित हो रहीं)

टीमें बनाई जा रहीं

जिन रोड्स को नए सिरे से नया बनाया जाना है, उनकी गुणवत्ता मॉनीटरिंग के लिए भी टीमें बनाई जा रही हैं। जिससे रोड्स निर्माण के दौरान गुणवत्ता में कोई खेल न किया जा सके। एरियावाइज टीमों का गठन किया जा रहा है, जो सड़क निर्माण के शुरू होने से लेकर निर्माण पूरा होने तक निगरानी करेंगी। जिससे बार-बार सड़क मेंटीनेंस की जरूरत न पड़े।