- गुरु गोविंद सिंह स्पो‌र्ट्स कॉलेज का हाल

- लगातार गिर रहा है खिलाडि़यों का प्रदर्शन

LUCKNOW: कुर्सी रोड स्थिति गुरु गोविंद सिंह स्पो‌र्ट्स कॉलेज नाकाबिल खिलाडि़यों के लिए अब ऐशगाह बन गया है। यहां पर रहने वाले खिलाडि़यों पर सरकार लाखों रुपया खर्च कर रही है और खिलाड़ी है कि बिना रिजल्ट के मौज कर रहे हैं। उन्हें मेडल की फिक्र नहीं है। प्रैक्टिस से अधिक यहां पर आए दिन खिलाड़ी बवाल में ही मस्त रहते हैं। इसी के चलते पिछले एक साल से यहां के खिलाड़ी नेशनल लेवल की प्रतियोगिताओं का सफर नहीं तय कर पा रहे हैं।

खिलाड़ी नहीं करते प्रैक्टिस

स्पो‌र्ट्स कॉलेज में क्रिकेट, हॉकी, वॉलीबाल, फुटबॉल, स्विमिंग, टेनिस, बैडमिंटन और एथलेटिक्स की ट्रेनिंग होती है। इन खेलों के हॉस्टल यहां मौजूद हैं। हॉकी की प्रैक्टिस के लिए कॉलेज में टर्फ और एथलेटिक्स की प्रैक्टिस के लिए सिंथेटिक ट्रैक मौजूद हैं। स्विमिंग पूल, बैडमिंटन और क्रिकेट के लिए शानदार पिच मौजूद हैं। इसके बावजूद यहां से खिलाड़ी नहीं निकल पा रहे हैं। यहां के कोचेज ने बताया कि एक-दो खिलाडि़यों को छोड़ दिया जाए तो स्पो‌र्ट्स कॉलेज में खिलाडि़यों की फसल खत्म होती जा रही है। यहां एडमीशन लेने के लिए खिलाडि़यों में जमकर काम्पटीशन होता है। उस समय तो यह लगता है कि ये खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर सकेंगे। लेकिन एडमीशन मिलने के बाद खिलाड़ी प्रैक्टिस कम और बवाल ज्यादा करना शुरू कर देते हैं।

डेली 200 रुपए की डाइट

स्पो‌र्ट्स कॉलेज प्रशासन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि खिलाडि़यों को यहां प्रैक्टिस के लिए किट, खाने के लिए प्रति दिन दो सौ रुपए की डाइट दी जाती है। खिलाडि़यों की प्रैक्टिस के लिए सभी खेलों में प्रशिक्षकों की तैनाती भी की गई है। इसके अलावा विभिन्न प्रतियोगिताओं के दौरान खिलाडि़यों के आने-जाने का खर्च भी कॉलेज प्रशासन उठाता है। लेकिन अधिकांश प्रतियोगिताओं में हमारी टीम मात खाकर आ जाती है। जबकि इसी स्पो‌र्ट्स कॉलेज से एक से बढ़कर एक शानदार प्लेयर निकले हैं। इंटरनेशनल लेवल पर नाम रोशन करने वाले क्रिकेटर आरपी सिंह और सुरेश रैना ने यही से अपना खेल कॅरियर शुरू किया। कॉलेज से जुड़े लोगों ने बताया कि कोई स्पष्ट नीति ना होने के कारण खिलाड़ी रिजल्ट ना देने के बाद भी यहां आराम से रहतें हैं।

पिछले साल यहां पर 15 खिलाड़ी निकाले गए थे। इस बार भी खिलाडि़यों के मुल्यांकन शुरू हो चुके हैं। जिस खिलाड़ी की परफार्मेस नहीं होगी, उन्हें बाहर किया जाएगा।

विजय गुप्ता

प्रिंसपल

स्पो‌र्ट्स कॉलेज

- स्पो‌र्ट्स कॉलेज में हर खिलाड़ी को प्रतिदिन 200 रुपए की डाइट खर्च के लिए दिए जाते हैं। इसमें खिलाडि़यों को सुबह नाश्ता, दोपहर का खाना, शाम की चाय और रात का खाना दिया जाता है।

- ऐसे में हर महीने पांच लाख का बजट यहां पर खाने पर खर्च किया जा रहा है।

- इसके अलावा खेल के उपयोग में आने वाले उपकरण और किट भी खिलाडि़यों को नि:शुल्क दी जाती हैं।

- खिलाडि़यों के पढ़ने की व्यवस्था भी यहां नि:शुल्क की गई है।

- खिलाडि़यों के पढ़ने के लिए यहां पर नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। उनका फीस भी कॉलेज प्रशासन उठाता है।

- विभिन्न प्रतियोगिता में जाने वाली स्पो‌र्ट्स कॉलेज की टीम का खर्च भी शासन देता है।