- प्रोसेसिंग फीस के नाम पर जमा कराए 30 हजार

- ज्वाइनिंग फीस लेकर भेज दिया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर

LUCKNOW : पिछले दिनों आईआरसीटीसी में सुपरवाइजर की भर्ती के नाम पर हुए फर्जीवाड़े के बाद एक और मामला सामने आया है। इस बार बेरोजगार युवकों से मिलिट्री इंजीनिय¨रग सर्विस (एमईएस) में मीटर रीडर के पद पर भर्ती के नाम पर आवेदन मंगाए गए। युवक जब नियुक्ति पत्र लेकर दर्ज पते पर पहुंचे तो पता चला कि यह नकली है।

ज्वाइनिंग के मांगे एक लाख

सेना और उससे जुड़े संगठनों में सीधे भर्ती कराने का झांसा देने वाले गिरोह ने कई अफसरों के नाम पर फेसबुक पर आईडी बनाई है। इन आईडी से ही पिछले दिनों मिलिट्री नर्सिग सर्विस में मीटर रीडर के ग्रुप डी के पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए। कई युवकों ने दी गई फर्जी ई-मेल आईडी पर अपना बायोडाटा और आवेदन भेजा। आरटीजीएस व नेट बैंकिंग के जरिये दिए गए बैंक खातों में प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 25 से 30 हजार रुपये जमा कराए गए। अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भेजा गया। इसके बाद ज्वाइनिंग से पहले एक लाख रुपये की और मांग की गई। इनमें अधिकतर पूर्वाचल के गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, वाराणसी, गोरखपुर जैसे जिलों के अभ्यर्थियों को फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर भेजा गया।

नहीं दर्ज कराया मामला

नियुक्ति पत्र में 17 करियप्पा रोड, लखनऊ कैंट का पता दिया गया। साथ ही नियुक्ति पत्र में ज्वाइन करते समय ही साल में 46 दिन की छुट्टी और क्वार्टर की व्यवस्था किए जाने की बात भी कही गई है। नियुक्ति पत्र लेकर गाजीपुर जमनिया का एक युवक जब कैंट पहुंचा तो इस फर्जीवाड़े का पता चला। हालांकि, युवक की ओर से अभी पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराया गया है। वहीं, सेना तक यह मामला पहुंचा है।

मामले की हो जांच स

सेना के मेजर (अवकाश प्राप्त) एके सिंह का कहना है कि एमईएस की भर्ती रोजगार समाचार पत्र में आती है। इसके अलावा युवक सीधे गैरिसन इंजीनियर कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। वहां उनको इसकी नोटिफिकेशन की सही जानकारी मिल सकती है। यदि कोई कह रहा है कि बायोडाटा व एक आवेदन जमा कर वह सीधे नियुक्ति पत्र दे देगा तो उसकी जांच जरूर कराएं।