'प्रगति' की ओर बढ़े 1 लाख कदम

- नया इतिहास रच रही डीएम गोंडा की पहल

-'उठो, खेलो और जीतो' के साथ प्रगति योजना का आगाज

फैक्ट फाइल

16 सुपरजोन

46 जोन

166 सेक्टर

1054 खेल मैदान

इसमें 8 से 14 वर्ष और 15 से 25 साल की उम्र के महिला और पुरुष खिलाडि़यों को मौका।

LUCKNOW: रियो ओलंपिक में ज्यादा मेडल न मिलने की कसक ने भले ही खेल प्रेमियों को निराश किया हो, लेकिन इन हालात को बदलने की नींव यूपी के गोंडा जिले में पड़ चुकी है। 'मसल पावर' के लिए सुर्खियों में बना रहने वाला यूपी का यह मामूली जिला पूरी तरह खेल के मैदान में तब्दील हो चुका है। खेलों को बढ़ावा देने की डीएम गोंडा आशुतोष निरंजन की पहल 'प्रगति' तरक्की के पायदान चढ़ती जा रही है। करीब एक लाख रजिस्ट्रेशन के साथ मैदानों में स्पर्धाओं का सिलसिला शुरू हो चुका है। बेहद सुनियोजित तरीके से हो रहे इस 'खेल समारोह' को लेकर गोंडा की जनता का उत्साह भी देखते बनता है।

आज हुआ शुभारंभ

हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के जन्मदिवस (खेल दिवसस) के अवसर पर शुरू हुए इस खेल समारोह ने देश भर के सामने नई मिसाल कायम की है। जिले भर की 1054 ग्राम पंचायतों में सरकारी अधिकारियों से लेकर जनता तक प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने में जुट गये हैं। 'उठो, खेलो और जीतो' के नारे से शुरू हुये इस खेल अभियान का समापन आगामी 20 सितंबर को खेल प्रतिभाओं को सम्मानित करने के साथ होगा। डीएम ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जिले को 16 सुपरजोन, 46 जोन और 166 सेक्टर में बांट कर एक साथ 1054 खेल मैदानों पर स्पर्धाएं आयोजित कराकर इतिहास रच दिया है। इसमें 8 से 14 वर्ष और 15 से 25 साल की उम्र के महिला और पुरुष खिलाडि़यों को प्रतिभाग करने का मौका दिया गया है। सोशल मीडिया के जरिए इसका बखूबी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।