वीसी ने लोक निर्माण विभाग के प्रहरी सॉफ्टवेयर को लागू करने के निर्देश दिए

LUCKNOW अब एलडीए में किसी भी टेंडर में खेल नहीं हो सकेगा। इसकी वजह यह है कि अब टेंडर प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप को समाप्त कर दिया गया है। यह कदम वीसी अभिषेक प्रकाश की ओर से उठाया गया है। नए आदेशों में एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा और लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव राय द्वारा गठित कमेटी की संस्तुतियों के आधार पर आगामी और प्रक्रियारत टेंडरों को पूरा करवाया जाएगा। इसमें खास बात यह है कि अब निविदाओं का तकनीकी चयन सॉफ्टवेयर के जरिए किया जाएगा।

छह बिंदुओं का आदेश

वीसी ने शुक्रवार को इस संबंध में बैठक की। जिसमें अपर सचिव ने संस्तुतियां उनके समक्ष रखीं। जिस पर संस्तुतियों को लागू किया कर दिया गया। इनमें छह बिंदुओं का आदेश किया गया है। इसके अनुसार सभी टेंडर प्रक्रिया ई टेंडर से होंगी। निविदाएं समाचार पत्रों और प्राधिकरण की वेबसाइट के माध्यम से प्रचारित एवं प्रसारित की जाएंगी। वहीं कार्यों का आगणन करते समय लोक निर्माण विभाग से जारी शेड्यूल ऑफ रेट्स का उपयोग किया जाएगा। दिल्ली शेड्यूल ऑफ रेट का भी उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह लोक निर्माण विभाग द्वारा निविदाओं के निस्तारण के लिए जारी शासनादेश दिनांक 8 जून 2017 का पालन करने की बात कही गई है।

बिड डॉक्यूमेंट का उपयोग

लोक निर्माण विभाग के पांच जनवरी 2007 के शासनादेश जो कि आठ जून 2017 को संशोधित किया गया था, इसके आधार पर बिड डॉक्यूमेंट का उपयोग किया जाएगा। सभी तरह की लागत के टेंडरों के लिए पीडब्ल्यूडी के विभिन्न प्रपत्रों के आधार पर बनाए जाएंगे, जिनको पीडब्ल्यूडी की वेबसाइट से ¨लक करके देखा जा सकेगा। निविदाओं के तकनीकी मूल्यांकन के लिए लोक निर्माण विभाग के प्रहरी सॉफ्टवेयर को लागू किया जाएगा। इससे मानवीय हस्तक्षेप शून्य हो जाएगा। उधर निविदाओं की लागत के अनुसार परियोजनाओं में तैनात कर्मचारियों की संख्या और उनकी उपयोगिता तथा मशीनरी की संख्या को भी मानकों के अनुरूप रखा जाएगा।