- 15 दिन के अंदर जांच पूरी करने के आदेश

- रैगिंग के मामले पर स्पो‌र्ट्स कॉलेज के अधिकारियों के साथ बैठक आज

LUCKNOW: आई नेक्स्ट की छात्र के साथ रैगिंग के खुलासे के बाद खेल विभाग और स्पो‌र्ट्स कॉलेज में रविवार को हड़कंप मच गया। जिसके बाद खेल मंत्री राम सकल गुर्जर ने क्भ् दिन के अंदर जांच पूरी करने के आदेश दे दिए हैं। इसके साथ ही मंडे को स्पो‌र्ट्स कॉलेज के पदाधिकारियों के साथ रैगिंग के मामले को लेकर एक बैठक भी करेंगे। वहीं स्पो‌र्ट्स कॉलेज में हॉस्टल में रहने वाले खिलाडि़यां को भी दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है कि रैगिंग में लिप्त किसी भी छात्र को तुरंत ही निकाल दिया जाएगा।

सुबह से रात तक पीटा था छात्र को

बताते चले कि कुर्सी रोड स्थित गुरु गोविंद सिंह स्पो‌र्ट्स कॉलेज में एक खिलाड़ी की जमकर रैगिंग ली गई। इस दौरान दो दर्जन से अधिक छात्रों ने एक छात्र की पिटाई कर दी थी। इस पर एक स्पो‌र्ट्स कॉलेज प्रशासन ने चार छात्रों को निलंबित कर दिया है। इसी मामले को लेकन आई नेक्स्ट में प्रकाशित 'रैगिंग का खुला खेल' खबर प्रकाशित की थी। खबर पढ़ने के बाद खेल जगत से जुडे़ लोगों सकते में आ गए। खेल मंत्री राम सकल गुर्जर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच करने के आदेश दे दिए हैं। स्पो‌र्ट्स कॉलेज प्रशासन को जांच के लिए क्भ् दिन का समय दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि रैगिंग के मामले जो भी छात्र दोषी पाए जाएंगे उन्हें कॉलेज से बाहर किया जाएगा। उधर स्पो‌र्ट्स कॉलेज प्रशसन के अधिकारियों ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू हो गई है। निलंबित किए गए छात्रों के परिजनों अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। इसके लिए उनके घर पर पत्र भेजे गए हैं।

आज लगेगी अधिकारियों की 'क्लास'

खेल विभाग के अधिकारियों के अनुसार सोमवार को ख्9 अगस्त को बंटने वाले पुरस्कारों को लेकर बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में लक्ष्मण और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार पाने वालों के नाम पर अंतिम मुहर लगाई जानी है। इस बैठक के बाद स्पो‌र्ट्स कॉलेज के पदाधिकारियों के साथ भी मीटिंग ली जाएगी और रैगिंग के मामले में चल रही जांच के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही स्पो‌र्ट्स कॉलेज के निरीक्षण की तैयारी चल रही है। वहां पर खिलाडि़यों को मिलने वाली सुविधाओं के साथ ही उनकी पढ़ाई की व्यवस्था को देखा जाएगा। इसके साथ ही वहां पर मौजूद सुरक्षा व्यवस्था भी परखी जाएगी।

मामले की जांच पूरी होते ही दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। कॉलेज का माहौल खराब करने वाले ऐसे खिलाडि़यों को तुरंत बाहर किया जाएगा। यहां पर खिलाडि़यों को ट्रेनिंग दी जाती है कि वे विदेश में भारत का नाम रोशन कर सके। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर किसी तरह का कोई चूक नहीं होनी चाहिए।

- राम सकल गुर्जर

खेल मंत्री

एक मेडल जीतने के लिए खिलाड़ी को खासा संघर्ष करना पड़ता है। आज के खिलाड़ी कल देश की शान होंगे। ऐसे में इन खिलाडि़यों के साथ कहीं भी इस तरह का सुलूक नहीं किया जाना चाहिए जहां उन्हें ठेस पहुंचे। रैगिंग वाले मामले में दोषियों को कड़ी सजा होनी चाहिए।

- आनन्देश्वर पाण्डेय

सचिव, उत्तर प्रदेश ओलम्पिक संघ