- लोहिया अस्पताल कैंपस में युवक की हत्या का मामला

- तीन दिन पहले मां को भी दी थी जान से मारने की धमकी, बहन ने की थी शिकायत

LUCKNOW :

लोहिया अस्पताल कैंपस में सिपाही ने जिस युवक की गोली मारकर हत्या की थी उसके पीछे आपत्तिजनक कमेंट की वजह सामने आ रही है। सिपाही की 14 मई को शादी हुई और उसकी पत्नी उसे छोड़ कर चली गई थी। जिसे लेकर भी वह डिप्रेशन में था। हालांकि पुलिस अफसर व विभूतिखंड पुलिस ने उससे पूछताछ की और वह हर बार अलग-अलग जानकारी देता रहा।

शिकायत के बाद भी ड्यूटी पर था सिपाही

आशीष मिश्रा 2016 में सिपाही के तौर पर भर्ती हुआ था। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उसे 2017 में सीतापुर में तैनाती मिली थी। जांच में सामने आया कि बुधवार को अपनी अभिरक्षा में इलाज करा रहे कैदी ध्रुव के बेटे प्रवीण की हत्या से तीन दिन पहले उसने अपनी मां को भी जान से मारने की धमकी दी थी। इसपर उसकी बहन ने फोन करके इसकी जानकारी एसपी सीतापुर को दी थी। एसपी ने सिपाही का सरकारी असलहा तो जमा करवा लिया लेकिन नागरिक सुरक्षा में उसकी सेवाएं लेते रहे।

चाय बेचकर पाल रहा था परिवार का पेट

प्रवीण के पिता ध्रुव सिंह पर 16 अप्रैल 1997 में हत्या का आरोप लगा था। बीते मार्च में कोर्ट ने उन्हें सजा सुनाई थी। केस की पैरवी में परिवार की माली हालत बिगड़ने से प्रवीण ने सीतापुर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचना शुरू किया। पूरे दिन ट्रेन में चाय बेचने के बाद वह शाम को पिता के लिए खाना लेकर लोहिया अस्पताल आता था। पुलिस अधिकारियों ने शुरुआती जांच में दावा किया कि प्रवीण ही तमंचा लेकर अस्पताल आया था। उसी का तमंचा छीनकर आशीष ने उसकी हत्या की। वहीं आशीष से पूछताछ करने वाले एक अधिकारी ने का कहना है कि चाय बेचने वाला युवक तमंचा कहा से लेकर आएगा, इस पर भरोसा नहीं किया जा रहा है।

परिवार में किसी से नहीं बनती थी

पुलिस की जांच में सामने आया है कि आशीष की 14 मई को शादी हुई थी। पत्‍‌नी घर आई तो वह दूसरे दिन ही सीतापुर ड्यूटी पर लौट आया। उसकी परिवार में उसकी किसी से बनती नही थी। 25 मई से लोहिया अस्पताल में एक साथ रहने से आशीष और प्रवीण में दोस्ती हो गई थी। आशीष ने प्रवीण को अपनी पत्‍‌नी के कुछ फोटो दिखाए थे। फोटो देखने के बाद प्रवीण अक्सर उसकी पत्‍‌नी को लेकर कमेंट करता था। पुलिस को शंका है कि कहीं इसी कारण तो उसकी हत्या नहीं कर दी गई।