- फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने वीसी को सौंपी रिपोर्ट, कहा एक सीरीज की आंसर की से दूसरी सीरीज की चेक हुई कॉपी

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी के पीजी कोर्सेज के एंट्रेंस एग्जाम के ओएमआर के मूल्यांकन कराने से मेरिट तैयार करने में एडमिशन सेल के अधिकारियों ने भारी चुक की है। इसका खुलासा एलयू की ओर से गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट में हुआ है। एलयू के सूत्रों का कहना है कि बुधवार को कमेटी ने अपनी रिपोर्ट वीसी को सौंपते हुए कहा है कि एडमिशन सेल से जुड़े अधिकारियों ने मूल्यांकन से लेकर मेरिट तैयार करने में भारी लापरवाही की है। ज्ञात हो कि एलयू के ओर से पहले जारी पीजी एंट्रेंस एग्जाम के मेरिट को कुछ दिन बाद संशोधित कर दूसरी मेरिट जारी की थी। जिस पर स्टूडेंट्स के विरोध के बाद वीसी ने प्रो। डीएनएस यादव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था।

आंसर की ही दूसरी

एलयू सूत्रों का कहना है कि कमेटी ने जो रिपोर्ट वीसी को सौंपी है, उसमें पाया गया है कि एंट्रेंस एग्जाम कराने के लिए पेपर के कई सेट बनाए गए थे। सभी सेट के लिए अलग-अलग आंसर की भी बनाई गई थी। पेपर होने के बाद जब ओएमआर शीट का मूल्याकंन किया गया तो, सेट सीरीज ए से सेट सीरीज सी की ओएमआर चेक की गई। जिस कारण यह गड़बड़ी हुई है। सूत्रों का कहना है कि जब एडमिशन सेल से जुड़े अधिकारियों को इसका पता लगा तो उन्होंने दोबारा से सही सेट सीरीज से ओएमआर का मूल्यांकन कराया। जिसमें लॉ, एमएससी बॉटनी, जूलॉजी, मैथ्स की पहले जारी की गई मेरिट में काफी बदलाव हो गया। जो स्टूडेंट्स पहले 1500 रैंक पाएं थे वह टॉप कर गए। सूत्रों का कहना है कि कमेटी ने पाया कि गलत मूल्यांकन होने के बाद भी फेल स्टूडेंट्स की मेरिट बना दी गई।

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स्टूडेंट्स ने पकड़ी गलती

सूत्रों का कहना है कि फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एडमिशन कमेटी के अधिकारियों को अपनी गलती का अहसास नहीं था। जब आंसर की जारी की गई और स्टूडेंट्स ने इसका मिलान किया तो उन्हें यूनिवर्सिटी की गलती का पता लगा। यह जानकारी जब एडमिशन सेल के पास पहुंची तो दोबारा मेरिट में संशोधन किया गया। सूत्र बताते हैं कि केवल चार पीजी कोर्सेज के मूल्यांकन में इस तरह की लापरवाही नहीं हुई है। कई और विषय में भी ऐसी लापरवाही सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि कमेटी ने दोबारा सभी पीजी कोर्सेज के एंट्रेंस एग्जाम की कॉपियों का मूल्यांकन कराकर मेरिट तैयार करने की सिफारिश की है।