लखनऊ (ब्यूरो)।राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने भी अपनी तरह का पहला महिला दस्ता बनाया है, जिसे स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम यानी 'स्पॉट' कहा जाएगा। इस विशेष इकाई को आतंकवादी हमलों जैसे हाईजैकिंग और उग्रवाद विरोधी अभियानों से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। स्पॉट ऑपरेशन ग्रुप में 36 महिला कमांडो हैं। इन कमांडोज की स्पेशल ट्रेनिंग बीएसएफ, सीआईएसएफ और अन्य अर्धसैनिक बलों के स्पेशल ट्रेनर्स के अंडर हो रही है।

कमांडोज को दी जा रही स्पेशल ट्रेनिंग

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश एक स्पेशल महिला कमांडो फोर्स तैयार की जा रही है। स्पेशल महिला विंग बनाने का विचार कार्यस्थल में महिलाओं के बढ़ते प्रतिनिधित्व और संवेदनशील स्थानों पर उनकी तैनाती पर आधारित है। सभी प्रकार के उपकरणों और हथियारों को संभालने के लिए स्पॉट महिला कमांडों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे हर परिस्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित हों।

क्राव मागा, मार्शल आर्ट भी सीखा

एडीजी लॉ एंड आर्डर ने बताया कि स्पॉट महिला विंग की कमांडों को क्राव मागा की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। यह एक इजरायली निहत्थे युद्ध तकनीक है। साथ ही, कोरियाई कोचों के अलावा उन्हें मार्शल आर्ट की भी ट्रेनिंग दी गई है। उनकी सभी तरह की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। वे अब एनएसजी, बीएसएफ और आईटीबीपी के साथ प्रशिक्षण ले रही हैं।

अत्याधुनिक हथियारों से होंगी लैस

एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि आतंकवाद विरोधी बलों को नए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, अत्याधुनिक हथियार और विदेशी प्रशिक्षण के लिए विश्लेषणात्मक उपकरणों से भी लैस किया जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि एटीएस को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लोगों के साथ भी प्रशिक्षण लेना चाहिए। इसके चलते यूएस कॉप्र्स, स्कॉटलैंड यार्ड और इजरायल की आतंकवाद विरोधी इकाइयों के साथ नियमित प्रशिक्षण मॉड्यूल के लिए प्रस्ताव बना रहे हैं।

प्रदेश में पहली बार तीन महिला बटालियन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। महिला कमांडो यूनिट में एक डॉग स्क्वॉयड, एक बम डिस्पोजल स्क्वॉयड और एक वायरलेस ट्रैपिंग यूनिट भी शामिल होगी।

-प्रशांत कुमार, एडीजी लॉ एंड आर्डर