लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में ठोस कूड़ा प्रबंधन के लिए मास्टर प्लान बनाने की दिशा में तैयारी शुरू कर दी गई है। यह प्लान आठ बिंदुओं पर तैयार किया जाएगा और इसके केंद्र बिंदु में ठोस कूड़ा प्रबंधन का निस्तारण शामिल है। खास बात यह है कि नगर निगम को यह प्लान छह माह के अंदर इंप्लीमेंट भी करना होगा, जिससे राजधानी के वार्ड स्वच्छ नजर आएं।

ताकि शहर स्वच्छ नजर आएं

स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहरों में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ही ये कदम उठाया गया है। इस योजना के लिए लखनऊ समेत आधा दर्जन शहरों को चुना गया है। इसमें बनारस, मथुरा समेत कई छोटे शहर भी शामिल हैं। इसके अंतर्गत मुख्य फोकस ठोस कूड़ा निस्तारण प्रबंधन पर फोकस किया गया है।

छह माह में पूरे करने होंगे काम

मास्टर प्लान में साफ है कि चयनित नगर निगमों को छह माह के अंदर प्लान में शामिल सभी आठ बिंदुओं को पूरा करके इंप्लीमेंट करना होगा। इसकी बकायदा रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी। इसके साथ ही इन शहरों में उक्त प्लान को इंप्लीमेंट कराए जाने के बाद अन्य शहरों का भी चयन किया जाएगा। जिससे एक-एक करके शहर स्वच्छ नजर आए।

ये उठाए जाएंगे कदम

1- सभी वार्डों में ठोस कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था

2- ऑन स्पॉट सूखे और गीले वेस्ट को अलग करना

3- सूखे और गीले वेस्ट के परिवहन की अलग व्यवस्था

4- कंपोस्ट पिट के लिए जमीन चिन्हित करना

5- गीले वेस्ट के निस्तारण के लिए प्रोसेसिंग प्लांट

6- वेस्ट निस्तारण के लिए बाहरी क्षेत्र में जगह तलाशना

7- लीगेसी वेस्ट को चिन्हित कर उसका निस्तारण

ये होता है ठोस वेस्ट

अब अगर ठोस वेस्ट की बात की जाए तो इस श्रेणी में ऐसा वेस्ट शामिल होता है, जिसका त्वरित निस्तारण नहीं किया जा सकता है। इसमें मुख्य रूप से निर्माण सामग्री, मलबा आदि शामिल है। इस श्रेणी में फैक्ट्रियों से निकलने वाले मलबे को भी शामिल किया जा सकता है।

सामान्य वेस्ट का भी निस्तारण

ठोस वेस्ट के साथ-साथ घरों से निकलने वाले सामान्य वेस्ट के निस्तारण के लिए प्लान बनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जोनवार प्लान बनाया गया है। अभी 65 फीसद घरों से वेस्ट कलेक्ट किया जा रहा है, जबकि इस साल के अंत तक 100 फीसद घरों से वेस्ट कलेक्शन का लक्ष्य रखा गया है। निगम प्रशासन की ओर से वेस्ट कलेक्शन के लिए संसाधनों को भी बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके अंतर्गत वेस्ट कलेक्शन के लिए गाडिय़ों की संख्या और मैन पॉवर को बढ़ाया जाना शामिल है।