- पहले दिन ही उड़ी कोविड नियमों की धज्जियां

- करीब पांच हजार मरीज पहले दिन पहुंचे

LUCKNOW: कोविड के चलते करीब चार माह बाद बलरामपुर अस्पताल की जनरल ओपीडी के साथ इमरजेंसी सेवा दोबारा शुरू कर दी गई है। पहले दिन सोमवार होने की वजह से मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। इसकी वजह से कोविड नियमों की धज्जियां उड़ गई। आलम यह था कि रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर कोविड टेस्टिंग तक में भीड़ थी।

मरीजों की रही भीड़

बलरामपुर में करीब चार माह बाद सभी ओपीडी सेवा शुरू करने से पहले अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीजों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कोई तैयारी नजर नहीं आई। मरीजो की भीड़ बढ़ने पर गार्ड ने थोड़ी देर तक गेट पर ही मरीजों को रोक लिया, जिसके कारण मरीजों से बहस तक होने लगी। इतना ही नही कोरोना जांच को लगी लंबी लाइन में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था। वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पहले दिन मरीजों की भीड़ ज्यादा होने से परेशानी हुई।

पांच हजार से अधिक मरीज देखे गए

अस्पताल के एमएस डॉ। हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि एक लंबे अंतराल के बाद ओपीडी खुलने के साथ सोमवार का दिन होने के कारण मरीजों की भीड़ ज्यादा थी। मरीजों को भर्ती करने से पहले कोविड जांच जरूरी है ऐसे में टेस्ट कराने वालों की भी लाइन लंबी हो गई। पहले दिन करीब पांच हजार मरीजों ने ओपीडी में इलाज लिया और 18 मरीज इमरजेंसी में भर्ती किए गए।

हजार से अधिक मरीज देखे गए

लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है, जहां पहले कुछ ही विभागों के मरीज इलाज के लिए आ रहे थे। वहीं सोमवार को सभी विभागों की ओपीडी खुलने पर करीब एक हजार से ज्यादा मरीज ओपीडी में दिखाने के लिए पहुंचे थे।