केवल फीवर क्लीनिक व एंटी रैबिज की सुविधा

। इमरजेंसी में सभी बेड फुल

LUCKNOW: राजधानी में अबतक सिविल अस्पताल को छोड़कर सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद थी] लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद करने का आदेश जारी कर दिया है, जिसके बाद सिविल में भी ओपीडी सेवा बंद हो गई है। ऐसे में दूर दराज के इलाकों से आने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अब वो खुद को कहां दिखाने जाये इसकी चिंता होने लगी है। इसकी वजह से इमरजेंसी में लोड बढ़ गया है जबकि कई डॉक्टर पहले से ही संक्रमित चल रहे हैं।

फीवर क्लीनिक और एंटी रैबीज इंजेक्शन काउंटर ही खुलेगा

केवल सिविल अस्पताल की ही ओपीडी चल रही थी। यहां रोजाना हजारों मरीज दिखाने के लिए आते हैं, लेकिन अब यहां पर भी ओपीडी सेवाएं बंद हो गई हैं। निदेशक डॉ। एससी सुंद्रियाल ने बताया कि अब यहां पर केवल फीवर क्लीनिक और एंटी रैबीज इंजेक्शन काउंटर ही खुलेगा। इसके अलावा ई संजीवनी सुविधा के तहत सामान्य मरीजों को देखा जायेगा, जिसके लिए महानिदेशक स्वास्थ्य द्वारा डॉक्टर्स उपलब्ध कराया जायेगा ताकि मरीजों को फोन के माध्यम से परामर्श मिल सके। इस समय केवल इमरजेंसी सेवाएं चल रही है, जिसपर इस समय लोड काफी बढ़ गया है। हमारे कई डॉक्टर व स्टाफ कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में अगर इमरजेंसी डॉक्टर्स भी कोरोना संक्रमित हो जाएंगे तो आगे दिक्कतें आ सकती हैं। केवल पुराने मरीजों को ही दवा देने की सुविधा दी जा रही है।

इमरजेंसी हुई फुल

सिविल इमरजेंसी में इस समय करीब 30 बेड हैं और कोरोना को देखते हुए 10 बेड का अतिरिक्त वार्ड बनाया गया था, लेकिन इमरजेंसी के सभी बेड फुल चल रहे हैं। इसके अलावा करीब 20 से 25 मरीज कोरोना पॉजिटिव भी हैं, जिनको अबतक सीएमओ द्वारा कोविड अस्पताल में शिफ्ट नहीं कराया गया है। ऐसे में इमरजेंयी में वेटिंग भी बढ़ गई है। यहां पर रोजाना दो सौ से अधिक मरीज दिखाने के लिए पहुंच रहे हैं, जिसकी वजह से इमरजेंसी डॉक्टर में भी संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।

कोट

ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इमरजेंसी में सभी बेड फुल है। केवल फीवर क्लीनिक और एंटी रैबीज इंजेक्शन की सुविधा मिलेगी।

। डॉ। एससी सुंद्रियाल, निदेशक सिविल अस्पताल