=ओलपिंक, कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स और विश्वकप में हिस्सा ले चुके प्लेयर्स को मिलेगी सुविधा

- 3 एकड़ इंडोर गेम्स के लिए

- 5 एकड़ ऑउट डोर गेम्स को

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: खेलों में अपने प्रदेश का नाम रोशन करने वाले प्लेयर्स के लिए के ये खबर किसी तोहफे से कम नहीं हैं। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में अपनी खेल अकादमी खोलने की चाहत रखने वाले प्लेयर्स को सरकार मुफ्त जमीन मुहैया कराएगी। खेल विभाग ने इसका प्रपोजल तैयार कर सरकार के हवाले कर दिया है। माना जा रहा है कि जल्द ही सरकार से इसे ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा। यही नहीं प्राइवेट अकादमी वालों को भी अब खेल विभाग कई सुविधाएं देने को तैयार है, जिससे 2020 ओलपिंक में यूपी के और खिलाड़ी अपनी चमक बिखेर सकें।

बजट के चक्कर में फंसते थे प्लेयर्स

अब तक कोई ऐसी योजना नहीं थी कि जिससे खिलाडि़यों की खेल अकादमी खेलने की योजना में कोई मदद कर सके। ऐसे में आर्थिक बोझ पड़ने पर दिग्गज खिलाड़ी अकादमी खोलने से अपने कदम पीछे हटा लेते थे। खेल अकादमी के लिए जमीन और मैनपॉवर के लिए उनके आड़े बजट आ जाता था।

बढ़ाइए मान, खिलेगी मुस्कान

खेल के प्रमोशन को लेकर खेल विभाग ने इंटरनेशनल लेवल के खिलाडि़यों को जमीन देने की योजना बनाई है। इसका फायदा सिर्फ उन्हीं खिलाडि़यों को मिलेगा जिन्होंने ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और विश्वकप में पार्टिसिपेट किया हो। इन खेलों के खिलाडि़यों को इंडोर गेम्स की अकादमी बनाने के लिए तीन एकड़ और ऑउटडोर गेम्स की अकादमी बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन दिए जाने की तैयारी है। प्रदेश के किसी भी कोने में जमीन अलॉट की जा सकती है।

निजी अकादमियों संग ट्रेनिंग प्रोग्राम

विभागीय अधिकारियों के अुनसार, प्रदेश में बहुत से लोग ऐसे प्रस्ताव भेज रहे हैं कि उनके पास जमीन है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में खेल विभाग ऐसी जगहों को मूल्यांकन करेगा कि वह जगह किस खेल के लिए उपयुक्त है, वहां पर किस खेल को बढ़ावा दिया जा सकता है। इसके बाद वहां खेल इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की जाएगी। शुरुआती दौर में खेल विभाग की ओर से दो प्रशिक्षकों की तैनाती वहां की जाएगी। इन प्रशिक्षकों का भुगतान उसे ही करना होगा। हालांकि खेल की फीस तय करने से लेकर और खिलाडि़यों को मूल्यांकन की जिम्मेदारी खेल विभाग निभाएगा।

खेलों को बढ़ावा देने के लिए खिलाडि़यों की जमीन दिए जाने की तैयारी की गई है। इसके लिए गाइड लाइन तैयार की गई है। खास बात यह कि प्राइवेट अकादमियों के साथ ही ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार किया जाएगा। इससे खिलाडि़यों को बेहतर स्कोप मिलेगा।

- डॉ। आरपी सिंह, स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर, यूपी