LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। इस सिस्टम को अब रेगुलर कर दिया गया है। अब कोई भी व्यक्ति अधिक स्पीड में वाहन चलाते मिलेगा तो उसके खिलाफ दो धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाएगी। हर मंडे को इसकी समीक्षा भी होगी।

तीन बार से अधिक चालान तो केस
बनाए गए एक्शन प्लान के अनुसार किसी वाहन का तीन बार से अधिक ओवरस्पीड में चालान होता है तो केस दर्ज किया जाएगा। ऐसे में इन वाहन चालकों को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। इस सप्ताह 23 ऐसे वाहन चालकों पर केस भी दर्ज किया गया है। अगले सप्ताह से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) से ओवरस्पीड के चालानों का आंकड़ा निकाला जाएगा और इन सभी पर केस दर्ज किया जाएगा।

अब तक 20 गाडिय़ां सीज
अब तक ऐसे 121 मामलों में 102 वाहन चालक लखनऊ के और 19 दूसरे जिलों के मिले हैं। ऐसे 20 वाहनों को पुलिस सीज भी कर चुकी है। इन सभी वाहन चालकों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है।

डीएल होगा सस्पेंड
हजरतगंत थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है। 121 वाहन चालकों के अलावा 23 और के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही अगले हफ्ते इसे लेकर फिर से काम किया जाएगा। जिन वाहन चालकों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। उन वाहन स्वामियों का ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी सस्पेंड करने के लिए आरटीओ को पत्र लिखा जा रहा है।

इन-इन धाराओं में केस
आईपीसी 279- सार्वजनिक जगह पर जानकर या असावधानी से असुरक्षित वाहन चलाकर दूसरों का जीवन खतरे में डालना या घायल करने के कृत्य इस धारा में आते हंै। अपराध साबित होने पर अधिकतम तीन महीने की सजा और एक हजार रुपए तक के जुर्माना या दोनों एक साथ का प्रावधान है।
आईपीसी 336- जो कोई भी उतावलेपन या उपेक्षापूर्वक ऐसा कोई कार्य करे, जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा हो, तो उसे अपराधी माना जाएगा। दोषी पाए जाने वाले को किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा से दंडित किया जाएगा, जिसे तीन महीने तक बढ़ाया जा सकता है।

ये बना रहे बहाना
- बेटी को स्कूल छोडऩे जाना है, इसलिए गाड़ी तेज चलाई है
- नई गाड़ी ली है, टेस्ट कर रहा था, गलती हो गई
- रोड खाली थी इसलिए ओवरस्पीड में गाड़ी चल गई
- पता नहीं था इस रोड पर गाड़ी तेज नहीं चलानी है

ये भी जानिए
शहर के अलग-अलग हिस्सों में वाहनों की स्पीड 40 से लेकर अधिकतम 60 किमी प्रति घंटा तय की गई है। हालांकि कई रोड पर लोग आज भी 100 की स्पीड पर वाहन चला रहे हैं।