लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में गणपति उत्सव को लेकर धूमधाम चारों ओर देखने को मिल रही है। एक और पंडालों में देर रात तक गणपति के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। वहीं रंग-बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी लोगों का मन मोह रहे हैं। भक्त भी गणपति के दर्शन कर मनोकामनाएं मांग रहे हैं।

भजनों ने किया मंत्रमुग्ध

मनौतियों के राजा का सिन्दूराभिषेक आकर्षण का केन्द्र रहा। भक्तों ने बारी-बारी से बप्पा को सिन्दूर लगाकर अभिषेक किया। बाद में भक्तों ने सिन्दूर को अपने माथे में लगाया। आचार्य ने पूरे विधि-विधान व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान गणेश के सहस्त्र नामों के साथ सिन्दूराभिषेक पूजन सम्पन्न कराया। अभिषेक करने के समय श्रद्धालु एक ही स्वर में बोल रहे थे, 'जो सिन्दूर से करते हैं अभिषेक, श्री गणेश उनपर कृपा करते हैं अनेक'। आचार्य ने बताया कि भगवान गणेश का सिन्दूराभिषेक करने से घर परिवार में सुख समृद्धि आती है। पूजन में कमेटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता, अध्यक्ष घनश्याम दास अग्रवाल, महामंत्री सतीश अग्रवाल मौजूद रहे।

कोलकाता के कलाकारों का कमाल

शाम को कोलकाता के भजन गायक संजय शर्मा ने गणेश जी की स्तुति 'जय गणपति वंदन गणनायक' से करने के बाद 'घर में पधारो गजानन जी, मेरे घर में पधारो' सुनाया तो लोग मंत्रमुग्ध हो गए। उसके बाद एक नृत्य नाटिका रामजी की अयोध्या आने की खुशी में दीप उत्सव का नृत्य दिखाया। सिंदूर की महिमा हनुमान जी की झांकी के द्वारा दिखाया। संजय ने एक भजन 'गले लगा लो मेरे राम बजरंगी लाल लाल हो गया' सुनाया तो पंडाल प्रभु श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। वहीं, पत्रकारपुरम चौराहा पर श्री गणेश महोत्सव में विशाल सुनहरा पंडाल कोलकाता के कारीगरों ने बनाया है। यहां आए सभी भक्तों को प्रसाद भी वितरित किया जा रहा है। इस अवसर पर बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत गणेश वंदना तथा अन्य प्रस्तुतियों की विशेष सराहना की गई।

गणपति का हुआ विसर्जन

गणेश पूजा कल्याण समिति की ओर से तीन दिवसीय अलीगंज का राजा का गणेश उत्सव विसर्जन शोभा यात्रा के साथ समापन हो गया। इस बार विसर्जन शोभायात्रा गाजे बाजे के साथ चंद्रशेखर पार्क चांदगंज गार्डन अलीगंज से शुरू हुई। शाम को झूलेलाल वाटिका पर भगवान गणेश की प्रतिमा का विधि विधान से विसर्जन किया गया। इस मौके पर संरक्षक राजकुमार सिंघल, महामंत्री डॉ। संदीप अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, मीडिया प्रभारी मनीष गुप्ता मौजूद रहे। वहीं, श्रीमनकामेश्वर मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय श्रीगणेश उत्सव की प्रतिमा का गुरुवार को गोमती तट पर बनाए गड्ढे में विसर्जन कर दिया गया। इस अवसर पर गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से तट का वातावरण गुंंजायमा हो उठा।