लखनऊ (ब्यूरो)।एलडीए प्रशासन की ओर से हर एरिया में सर्वे कराकर अपार्टमेंट्स और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में पार्किंग की स्थिति संबंधी रिपोर्ट कार्ड तैयार कराया जाएगा, जिससे यह पता लग सके कि अपार्टमेंट्स और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में पार्किंग की स्थिति कैसी है। इसके बाद उन कारणों की तलाश भी की जाएगी, जिसकी वजह से पार्किंग की स्थिति बदहाल है।

बदल गया है स्वरूप
एलडीए प्रशासन को मिली जानकारी के अनुसार, कई अपार्टमेंट्स खासकर कॉमर्शियल बिल्डिंग्स ऐसी हैैं, जिनके नक्शे में तो पार्किंग एरिया का जिक्र किया गया है, लेकिन बिल्डिंग बनने के बाद पार्किंग एरिया को दूसरे रूप में बदल दिया गया। मतलब पार्किंग स्पेस को कॉमर्शियल यूज में लाया गया। इसकी वजह से लोगों को पार्किंग की सुविधा नहीं मिल सकी।

पार्किंग कराई जाएगी री-स्टोर
एलडीए प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि लिस्ट सामने आने के बाद सभी पार्किंग्स को री-स्टोर कराया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी संबंधित अभियंताओं को दी जाएगी। प्रतिदिन री स्टोरेशन की रिपोर्ट भी तैयार कराई जाएगी। जिससे इस कदम में कोई लापरवाही न बरती जा सके।

पब्लिक फीडबैक भी लिया जाएगा
पार्किंग की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए संबंधित अपार्टमेंट्स में रहने वाले लोगों का फीडबैक भी लिया जाएगा, जिससे अगर कोई व्यक्ति अपना सुझाव देता है तो उसे भी पार्किंग व्यवस्था को बेहतर बनाने में इंप्लीमेंट किया जा सके।

प्राइम लोकेशन पर विशेष फोकस
एलडीए की ओर से प्राइम लोकेशन जैसे हजरतगंज, अलीगंज, निशातगंज, आलमबाग समेत कई अन्य इलाकों में पार्किंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष फोकस किया जा रहा है। इसकी वजह यह है कि उक्त इलाकों में पब्लिक का फुटफॉल अधिक रहता है। वहीं मार्केट एरिया को भी सर्वे में शामिल किया गया है।

आधा दर्जन पार्किंग हुई री-स्टोर
हाल में ही एलडीए की ओर से हजरतगंज, अलीगंज समेत आधा दर्जन इलाकों में ऐसी पार्किंग को री-स्टोर भी किया गया है, जहां पार्किंग प्लेस पर अवैध कब्जा हो गया था। एलडीए टीम ने अवैध कब्जा हटाकर पार्किंग एरिया को री-स्टोर कराया।

वीसी खुद करेंगे मॉनीटरिंग
पार्किंग री स्टोरेशन संबंधी कदम की मॉनीटरिंग वीसी अक्षय त्रिपाठी खुद करेंगे। उनकी ओर से हर सप्ताह इस बिंदु पर समीक्षा भी की जाएगी, जिससे वास्तविक स्थिति सामने आ सकेगी। वीसी की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैैं कि ऐसे लोगों की अलग से लिस्ट बनाई जाए, जिन्होंने नक्शे में पार्किंग स्पेस तो दिखाई लेकिन उस स्पेस का कॉमर्शियल यूज करने लगे। जो नियम विरुद्ध है। पूरी संभावना है कि एलडीए प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन जरूर लेगा।