लखनऊ (ब्यूरो) । कोविड से ठीक होने वाले पेशेंट्स खासकर सीनियर सिटीजंस की हर सप्ताह हेल्थ रिपोर्ट बनाई जाएगी। इसके लिए कोविड कमांड सेंटर से उनके पास कॉल आएगी और कई बिंदुओं पर हेल्थ संबंधी रिपोर्ट का खाका तैयार कराया जाएगा। अगर कोई व्यक्ति कोई हेल्थ संबंधी प्रॉब्लम बताता है तो तत्काल इसकी जानकारी हेलो डॉक्टर सेवा को दी जाएगी। पेशेंट को भी हेलो डॉक्टर सेवा का नंबर दिया जाएगा और तुरंत कॉल करने के लिए कहा जाएगा।

ये जानकारी ली जाएगी
1-कोविड के कोई लक्षण तो नहीं
2-बीपी और ऑक्सीजन लेवल
3-शुगर की प्रॉब्लम तो नहीं
4-फेफड़ों में तो कोई दिक्कत नहीं
5-कोई अन्य प्रॉब्लम

सीनियर सिटीजन पर विशेष फोकस
ऐसे सीनियर सिटीजन जो कोविड पेशेंट हैैं और कुछ दिन बाद ठीक हो जाते हैैं तो उन पर विशेष नजर रखी जाएगी। सप्ताह में उन्हें दो बार कॉल किए जाने की प्लानिंग की जा रही है। इसके साथ ही उन्हें समय-समय पर कोविड एप्रोप्रिएट की जानकारी भी दी जाएगी।

मिनी कंटेनमेंट जोन का कड़ाई से पालन
वर्तमान समय में चार हजार से अधिक मिनी कंटेनमेंट जोन बने हुए हैैं। इनकी संख्या बढऩे की पूरी संभावना है। ऐसे में मोहल्ला समितियों को निर्देश दिए गए हैैं कि मिनी कंटेनमेंट जोन पर विशेष नजर रखी जाए। अगर कोई कोविड पेशेंट घर के बाहर दिखे तो तत्काल इसकी जानकारी कोविड सेंटर में दें। जिससे संबंधित पेशेंट को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में भेजा जा सके। मोहल्ला समितियों को निर्देश दिए गए हैैं कि यह भी देखें कि कोविड पेशेंट के घर में सेनेटाइजेशन हुआ है या नहीं। अगर सेनेटाइजेशन नहीं हुआ है तो तत्काल सेनेटाइजेशन कराएं। जिससे कोविड संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

अब दो बार होगा सेनेटाइजेशन
निगम प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि अब कोविड पेशेंट के घर दिन में दो बार सेनेटाइजेशन कराया जाएगा। इसके साथ ही अगर किसी व्यक्ति की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो तुरंत उसके घर के गेट पर टेपिंग कराई जाएगी। जिन इलाकों में अधिक कोविड केस आ रहे हैैं, वहां ट्रैक्टर माउंटेड मशीनों से सेनेटाइजेशन कराए जाने की तैयारी है और इस कदम को इंप्लीमेंट भी कर दिया गया है। कोविड पेशेंट के घर से वेस्ट कलेक्शन के लिए कर्मियों को पीपीई किट दी जा रही है, जिससे वेस्ट कलेक्शन कर्मी कोविड संक्रमण से सेफ रहें।

वैक्सीनेशन की बनाएंगे रिपोर्ट
निगम प्रशासन की ओर से वैक्सीनेशन संबंधी रिपोर्ट भी तैयार कराई जाएगी। इसके लिए जोनवार टीमें गठित की जा रही हैैं, जो घर-घर जाकर पता लगाएंगी कि कितने लोगों का वैक्सीनेशन हुआ और कितनों का होना बाकी है। इस रिपोर्ट के आधार पर वैक्सीनेशन संबंधी कैंप भी लगवाए जाएंगे, जिससे शत प्रतिशत वैक्सीनेशन हो सके।

लगातार हो रही मॉनीटरिंग
कोविड कमांड सेंटर से राजधानी के हॉट स्पॉट एरिया की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। इस दौरान कोविड पेशेंट की हेल्थ रिपोर्ट बनाए जाने के साथ ही यह भी रिपोर्ट बनवाई जा रही है कि किस एरिया में दूसरे शहर या प्रदेश से लोग आए हैैं। अगर यह जानकारी मिलती है कि किसी एरिया में दूसरे शहर या प्रदेश से लोग आए हैैं, तो तत्काल आरआरटी टीमें जाकर सैैंपलिंग का काम कर रही हैैं। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल में बेड्स की स्थिति को लेकर भी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। हर एक अस्पताल की रोज की रोज खाली और भरे बेड्स संबंधी रिपोर्ट बनवाई जा रही है। जिससे अगर किसी कोविड पेशेंट को अस्पताल में एडमिट कराने की जरूरत हो तो उसे भटकना न पड़े। उसे तुरंत अस्पताल में एडमिट कराया जा सके। कोविड पेशेंट की कांटेक्ट ट्रेसिंग की रफ्तार भी बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए हैैं।