लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में गहरा रहे बिजली संकट की मुख्य वजह पीक टाइम में हो रही बिजली चोरी भी है। बिजली चोरी होने की वजह से ट्रांसफॉर्मर्स पर लोड अधिक पड़ रहा है। परिणामस्वरूप सामान्य जनता को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। अब मध्यांचल डिस्कॉम की ओर से रेड जोन (बिजली चोरी) वाले एरिया में नाइट कांबिंग कराने का फैसला लिया गया है।

एरिया किए जा रहे चिन्हित

मध्यांचल की ओर से ऐसे एरियाज पर फोकस किया जा रहा है, जहां पर अचानक से रात के वक्त लोड बहुत बढ़ जाता है। जिसकी वजह से ट्रांसफॉर्मर्स ओवरलोड हो जाते हैैं। पहले तो उन एरियाज में चेकिंग शुरू कराई जा रही है, जहां पूर्व में बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैैं। इन इलाकों में फैजुल्लागंज का कुछ हिस्सा और पुराने लखनऊ के कई एरियाज शामिल हैैं। इसके साथ ही कई नए एरियाज में भी बिजली चोरी की जानकारी मिल रही है। जिसकी वजह से बिजली चोरी पकड़ने वाली टीमें एक्शन मोड में आ गई हैैं।

ये हो रहा है नुकसान

बिजली चोरी होने की वजह से ये नुकसान सामने आ रहे हैैं

1-ट्रांसफॉर्मर्स पर अधिक लोड

2-ट्रिपिंग की समस्या

3-रेवेन्यू का नुकसान

4-बिजली संकट गहराना

पीक टाइमिंग पर नजर

पीक टाइमिंग की बात की जाए तो रात के वक्त अचानक से लोड बढ़ रहा है। अभी तक दो दर्जन से अधिक ट्रांसफॉर्मर्स फुंक चुके हैैं। इसके साथ ही कई ट्रांसफॉर्मर्स की कैपेसिटी बढ़ानी पड़ी है।

दो से तीन गुना खपत बढ़ी

बढ़ते तापमान की वजह से सभी इलाकों में दो से तीन गुना बिजली की खपत बढ़ गई है। इंदिरानगर, गोमतीनगर, आलमबाग, अलीगंज समेत कई इलाकों में बिजली की खपत में इजाफा देखने को मिल रहा है। चूंकि इन इलाकों में पहले से ही ओवरलोड से निपटने के लिए इंतजाम किए गए हैैं, ऐसे में यहां पर ट्रिपिंग की समस्या बहुत अधिक नहीं है लेकिन जिन इलाकों में बिजली चोरी है, वहां पर रात के वक्त ट्रिपिंग अधिक हो रही है।

दो सबस्टेशनों की बढ़ेगी कैपेसिटी

मध्यांचल डिस्कॉम के एमडी भवानी सिंग खंगारौत ने सीतापुर रोड खंड के अंतर्गत 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र, फैजुल्लागंज का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां उपभोक्ताओं से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना और उसे दूर करने संबंधी आश्वासन भी दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि फैजुल्लागंज तथा दाउदनगर सबस्टेशन की कैपेसिटी बढ़ाई जाए, जिससे उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मिल सके।

लोड चेक कराया जाए

एमडी ने यह भी निर्देश दिए कि पावर ट्रांसफॉर्मर एवं सप्लाई ट्रांसफॉर्मर की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं। इसके साथ ही रात के वक्त विशेष सजगता के साथ परिवर्तकों का लोड चेक कराते हुए ओवरलोड को कम किया जाए। जिससे उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली मिल सके।

सिस्टम को रखा जा रहा कूल

वहीं दूसरी तरफ, बिजली सप्लाई सिस्टम को कूल रखने की दिशा में भी कई कदम उठाए जा रहे हैैं। इसके अंतर्गत एक तो सबस्टेशन में लगे पावर ट्रांसफॉर्मर के आसपास कूलर लगाए गए हैं। जिन इलाकों में ट्रांसफॉर्मर्स पर अधिक लोड पड़ रहा है, वहां पर अधिक क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मर लगाए जा रहे हैैं। इसके साथ ही पब्लिक को भी बिजली बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।