लखनऊ (ब्यूरो)। यह महत्वपूर्ण है कि कैंसर से पीड़ित बच्चे जीवित रहें और आगे बढ़ें और उन्हें देखभाल की सर्वोत्तम सुविधा मिले। हम कैनकिड्स किड्सकैन जैसे गैर सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी करके खुश हैं। जो परिवारों का हाथ पकड़ने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, तृतीयक देखभाल केंद्रों से उनका मार्गदर्शन करने और उन्हें आवश्यक वित्तीय, चिकित्सा, सामाजिक, शैक्षिक और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने में सक्षम हैं। ये बातें गुरुवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने डॉ। राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में बाल चिकित्सा ऑन्कोलॉजी वार्ड के उद्घाटन के दौरान बताईं। इस मौके पर उन्होंने जागरूकता के लिए साइकिल रैली को भी हरी झंडी दिखाई।

100 से अधिक कैंसर बच्चे हुए रेफर

गौरतलब है कि यूपी के 14700 बच्चों को हर साल बचपन का कैंसर होता है, जो भारत का 21 पर्सेंट और विश्व के बचपन के कैंसर अनुपात का 4 पर्सेंट है। निदेशक प्रो। सोनिया नित्यानंद ने कहा कि कैनकिड्स एक अलग बाल चिकित्सा ऑन्कोलॉजी वार्ड बनाने के लिए काफी प्रयास कर रहा था। जिसके लिए कैनकिड्स ने अतिरिक्त सहायता प्रदान की है। सरकार व कैनकिड्स की मदद से यह वार्ड खुल सका है। पिछले कुछ महीनों में लगभग 110 कैंसरग्रस्त बच्चों को अस्पताल में रेफर किया गया है।

साइकिल रैली निकाली गई

कैनकिड्स किड्सकैन की अध्यक्ष पूनम बगई ने कहा कि साइकिल फॉर गोल्ड 2024 बचपन के कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और कैंसर से पीड़ित बच्चों और किशोरों और उनके परिवारों का समर्थन करने के लिए एक वैश्विक सहयोगी अभियान है। इस अवसर पर कैंसर जागरूकता के लिए साइकिल फॉर गोल्ड लोहिया संस्थान से शुरू होकर केजीएमयू पर समाप्त हुई। रैली में 200 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।