- कोरोना के चलते छह माह से बंद तहसील समाधान दिवस फिर शुरू

- डीएम से गोमतीनगर विस्तार निवासी महिला ने लगाई गुहार

- बीकेटी पहुंचे मंडलायुक्त, डीएम ने सदर में की सुनवाई

रुष्टयहृह्रङ्ख : सेक्टर-डी गोमतीनगर विस्तार निवासी लज्जा देवी के पति की दो साल पहले मृत्यु हो गई थी। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली लज्जा ने राष्ट्रीय पारिवारिक योजना में पेंशन के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनको पेंशन नहीं मिली।

मंगलवार को लंबे समय बाद आयोजित तहसील समाधान दिवस में डीएम अभिषेक प्रकाश को सामने देख लज्जा रो पड़ीं। बोलीं, साहब हमको पेंशन दिला दो। डीएम ने तत्काल उनकी बात सुनकर अफसरों को फटकार लगाते हुए पेंशन जारी करने के निर्देश दिए।

कोविड प्रोटोकॉल का असर

कोरोना संक्रमण के चलते करीब छह महीने बाद आयोजित पहले तहसील समाधान दिवस में मंगलवार को कोविड प्रोटोकॉल का असर नजर आया। तहसीलों में जांच के बाद ही लोगों को आने दिया गया। मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम और डीएम अभिषेक प्रकाश समेत तमाम बडे़ अधिकारी भी तहसील दिवस पहुंचे। मंडलायुक्त और सीडीओ बख्शी का तालाब पहुंचे तो डीएम ने सदर तहसील में सुनवाई की। सदर तहसील में भी डीएम के सामने कब्जे से लेकर पेंशन और पुलिस मामलों की अधिकतर शिकायतें थीं। डीएम ने अफसरों को सभी शिकायतों की जांच कर आख्या तलब की है।

मौके पर जाकर देखें अफसर

डीएम अभिषेक प्रकाश ने सभी तहसील अफसरों को निर्देश दिए हैं कि मौके पर जाकर सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की जांच करें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरतें। निस्तारित मामलों की रेंडम जांच भी होगी।