- सीएमओ ने हेल्पलाइन नंबर 0522-4523000 जारी किया

- एक्सपर्ट बोले, तरल पदार्थ की मात्रा ज्यादा लें

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रुष्टयहृह्रङ्ख: बालू अड्डा में डायरिया का प्रकोप बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 7 मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। सभी सैंपल केजीएमयू भेजे गये थे। सीएमओ द्वारा बताया गया कि 4 लोगों की रिपोर्ट में विब्रियो कालरा की पुष्टि हुई है। ऐसे में सभी से अपील की गई है कि वो पानी अच्छे से उबाल और छानकर ही पीएं। कोई भी समस्या होने पर हेल्पलाइन नंबर 0522-4523000 पर संपर्क करें।

बैक्टिरिया की वजह से तेज दस्त

केजीएमयू में मेडिसिन विभाग के डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक विब्रियो कालरा एक प्रकार का बैक्टिरिया होता है। जिसकी वजह से दस्त लग जाते है। जो चावल के माड़ की तरह होते है। दस्त 20-25 बार तक हो सकते है। यह बैक्टिरिया अधिकतर बंगाल और बांग्लादेश में ज्यादा पाया जाता है। जो बाढ़ के पानी के कारण फैलता है। यह बैक्टिरिया पहले बहुत कॉमन था, लेकिन बाद में पानी की साफ-सफाई के कारण इसमें कमी हो गई। इसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जिसकी वजह से बीपी गिरने के साथ गुर्दा पर असर होने लगता है।

ऐसे करें बचाव

डॉ। हिमांशु के मुताबिक चूंकि इस बीमारी की वजह से शरीर की मात्रा बेहद कम हो जाती है। और बच्चों में पानी का लेवल वैसे भी कम होता है। इसलिए उनमें इसका असर ज्यादा देखने को मिलता है। ऐसे में खूब तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही नमक-चीनी या ओआएस का घोल लगातार पीते रहना चाहिए। ताकि शरीर में पोटाशियम व सोडियम की कमी न होने पाये।

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नदी का पानी मिलना तो नहीं कारण

वहीं एक्सपर्ट की माने तो यह बैक्टिरिया बाढ़ के पानी में पाया जाता है। ऐसे में संभावना हो सकती है कि नदी का पानी, पाइप लाइन से मिल गया हो। जिसकी वजह से से पानी में इसकी मौजूदगी मिली है। ऐसे में यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा।

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सात लोगों के सैंपल जांच के लिए केजीएमयू भेजे गये थे। चार की रिपोर्ट में विब्रियो कालरा की पुष्टि हुई है। विभाग द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है।

- डॉ। मनोज अग्रवाल, सीएमओ