- कैंट में बाइक पर डबल हेलमेट की अनिवार्यता का कर रहे थे विरोध

- छावनी बोर्ड ने डबल हेलमेट से दी सामयिक छूट

<- कैंट में बाइक पर डबल हेलमेट की अनिवार्यता का कर रहे थे विरोध

- छावनी बोर्ड ने डबल हेलमेट से दी सामयिक छूट

LUCKNOW: lucknow@inext.co.in

LUCKNOW: कैंट बोर्ड ने कैंट एरिया में बाइक चालक और पीछे बैठे व्यक्ति दोनों के लिए ही सुरक्षा के लिहाज से हेलमेट अनिवार्य कर दिया था। मगर स्थानीय लोगों ने पीछे बैठे व्यक्ति के लिए हेलमेट की अनिवार्यता को लेकर शनिवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ऐसे में कैंट की मेन रोड पर कई घंटे तक यातायात बाधित रहा। जिसके बाद कैंड बोर्ड ने डबल हेलमेट की अनिवार्यता से सामयिक छूट दे दी।

एक जनवरी से थी अनिवार्यता

राजधानी के कैंट इलाके में सेना ने दुपहिया वाहनों के चालक और सवारी दोनों के लिए सुरक्षा के लिहाज से हेलमेट लगाना अनिवार्य कर दिया था। यह आदेश एक जनवरी यानी शनिवार से ही लागू हुआ था। जिसके कारण लोगों ने शनिवार सुबह क्0 बजे से ही सड़क जाम कर हंगामा करना शुरू कर दिया। घंटों चले हंगामे के बाद कैंट बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आरएस मालवे मौके पर पहुंचे और डबल हेलमेट की अनिवार्यता खत्म करने का ऐलान किया, जिसके बाद ही लोगों ने प्रदर्शन समाप्त किया।

कोर्ट के आदेश से हुआ था आदेश

कैंट बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आरएस मालवे ने बताया कि केन्द्रीय सड़क परिवहन नियम के तहत और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर दो पहिया वाहन पर सहयात्री के लिए हेलमेट की अनिवार्यता को लखनऊ छावनी क्षेत्र में एक जनवरी ख्0क्म् से लागू किया गया था। जिसको लेकर जनता ने इस नियम में छूट का अनुरोध किया। फिलहाल इस नियम में आम जनता के लिए सामयिक छूट दी जा रही है।

गति सीमा पर रखा जाएगा नियंत्रण

उन्होंने आगे बताया कि लेकिन दोपहिया वाहनों की गति सीमा पर नियंत्रण रखा जाएगा और दो से अधिक सवारी बैठने की इजाजत नहीं दी जाएगी। साथ ही दोपरिया वाहन चालक के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य रहेगा। उन्होंने कहा कि भले ही यह आदेश जनहित में जानी किया गया लेकिन कुछ शरारती तत्व आम जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। आम जनता में सहयात्रियों की सुरक्षा के अहमियत देने की जागरूकता को जगाने के लिए सेना की मुहिम आगे भी जारी रहेगी ।