110 वार्ड हैं नगर निगम में

8 जोन में बंटा है निगम

150 नाले-नालियों पर हुआ कब्जा

- पूरे शहर में पब्लिक ने करीब 150 नाले-नालियों पर कब्जा कर लिया

- अब नगर निगम नाले-नालियों पर काबिज कब्जे को हटवाएगा

LUCKNOW

एक तरफ जहां लोगों को उम्मीद रहती है कि उनके मोहल्ले में कहीं भी जलभराव न हो लेकिन हकीकत यह है कि अधिकतर लोग खुद ही जलभराव की समस्या को दावत दे रहे हैं। इसकी वजह है उनके द्वारा नाले-नालियों पर अतिक्रमण किया जाना। अब निगम की ओर से इन कब्जों को हटाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

नगर निगम ने कराया सर्वे

हाल में ही नगर निगम की ओर से पूरे शहर में नाले-नालियों की स्थिति को लेकर सर्वे कराया गया था। जिसमें यह जानकारी सामने आई है कि करीब 150 नाले-नालियां ऐसे हैं, जिनका अस्तित्व समाप्त हो चुका है।

हर जोन में स्थिति खराब

आलमबाग, इंदिरानगर, गोमतीनगर, महानगर, कृष्णानगर, सरोजनी नगर, गुडंबा समेत लगभग सभी इलाकों में एक या दो नाले-नालियों पर अतिक्रमण किया जा चुका है।

यह आती है समस्या

नाले-नालियों पर अतिक्रमण होने से मुख्य समस्या जलभराव की आती है। मुख्य नालों से गली-मोहल्ले के नाले-नालियां अटैच होते हैं। प्रमुख नालों की सफाई तो करा दी जाती है लेकिन जब उससे जुड़े नाले-नालियां बंद हो जाते हैं तो पानी निकासी नहीं हो पाती। जिससे जलभराव होता है।

निगम ने की अपील

नगर की ओर से अपील की गई है कि जिन लोगों ने भी नाले-नालियों पर कब्जा कर लिया है, वे खुद ही अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा नगर निगम की टीमें एक्शन लेंगी और अतिक्रमण करने वाले पर जुर्माना लगाएंगी।

नाली सफाई के लिए जगह दें

निगम के पास जानकारी आई है कि ज्यादातर भवन स्वामियों ने अपने गेट पर रैंप बनवा लिए हैं। रैंप इस तरह से बनाए गए हैं कि नालियां पूरी तरह से कवर हो गई हैं। जिससे जलभराव हो सकता है। निगम प्रशासन ने अपील की है कि सभी भवन स्वामी रैंप के मध्य भाग में जाली लगवा लें, जिससे निगम की टीमें नालियों की प्रॉपर सफाई करा सके।

150 के करीब नाले-नालियों पर अतिक्रमण कर लिया गया है। इसकी वजह से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है। सभी जोनल अधिकारियों को नाले-नालियों पर काबिज अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं।

अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त